Sakshi Malik: मशहूर पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने आज यानी शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करली है. राजधानी दिल्ली में उन्होंने पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली. विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया उन पहलवानों में शामिल हैं जिन्होंने साक्षी मलिक के साथ मिलकर WFI के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोला था और जबरदस्त प्रदर्शन किया था. ऐसे में इन दोनों के कांग्रेस ज्वाइन करने पर साक्षी मलिक का भी बड़ा बयान सामने आया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए साक्षी मलिक ने कहा,'यह उनका व्यक्तिगत फैसला है. पर्सनल चॉइस है उनकी कि वो पार्टी में जाना चाहते हैं. लेकिन मेरा यह मानना है कि कहीं ना कहीं हमे त्याग कर देना चाहिए. बाकी हमारा जो बहन-बेटी का आंदोलन था उसको गलत रूप ना दिया जाए. मैं अभी भी उसपर डंटकर खड़ी हूं. महिलाओं के लिए रेसलिंग में जो शोषण होता था और जो हमारा आंदोलन है वो मेरी तरफ से अभी भी जारी है.' मलिक ने आगे कहा कि आगे कहा,'मेरे पास भी ऑफर पड़े हैं लेकिन मुझे यूं था कि मैं जिस चीज से जुड़ी हूं और जो मैंने एक अच्छी शुरुआत की, उसको पूरा लास्ट तक लेकर जाऊं. धरना शुरू किया जब से मेरे मकसद नहीं था कि मैं किसी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ूं. मुझपर बड़े आरोप लगे कि किसी पार्टी की तरफ से बैठे हो.'
क्या है बृजभूषण और पहलवानों का विवाद?
बृजभूषण शरण सिंह और भारतीय पहलवानों के बीच का विवाद भारत के खेल जगत के सबसे चर्चित और विवादित मुद्दों में से एक है. यह विवाद तब सामने आया जब भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए. बृजभूषण शरण सिंह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद हैं और लंबे समय से भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष पद पर काबिज थे. जनवरी 2023 में भारत के कुछ प्रमुख पहलवानों, जिनमें ओलंपिक मेडल विजेता जैसे विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, और बजरंग पुनिया शामिल थे, ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न, डराने-धमकाने और पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए. इन पहलवानों ने खुलेआम प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आरोप लगाए कि बृजभूषण ने महिला पहलवानों के साथ अनुचित व्यवहार किया है और इसकी उच्च-स्तरीय जांच की मांग की.
पहलवानों के आरोप:
महिला पहलवानों ने आरोप लगाए कि बृजभूषण शरण सिंह ने कई मौकों पर यौन उत्पीड़न किया. पहलवानों का कहना था कि यह समस्या लंबे समय से चल रही थी, लेकिन उन्हें डर था कि अगर वे खुलकर सामने आएंगे तो उनका करियर खतरे में पड़ सकता है. पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह को उनके पद से हटाने और निष्पक्ष जांच की मांग की. हालांकि बृजभूषण शरण सिंह ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि यह एक राजनीतिक साजिश है. उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को निराधार और झूठा बताया. उनका कहना था कि पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोप उनके खिलाफ बिना सबूतों के लगाए गए हैं, और वे इस मामले में कानून का सामना करने को तैयार हैं. First Updated : Friday, 06 September 2024