77th Independence Day: स्वतंत्रता दिवस पर स्वदेशी तोपों से दी गई सलामी, देखें जबरदस्त वीडियो
Independence Day 2023: 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहली बार स्वदेशी 105 एमएम लाइट फील्ड गनों से 21 तोपों की सलामी दी गई. देश आज आजादी के रंगों में रंगा हुआ है.
India Independence Day 2023: आज पूरा देश 77वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है. हर घर तिरंगा अभियान के जरिए पूरा देश तिरंगों के रंगों में रंगा नजर आ रहा है. हर साल की तरह इस बार भी स्वतंत्रता दिवस पर इस बार भी 21 तोपों की सलामी दी गई है. लेकिन ये पहली बार है कि जब स्वदेशी तोपों से सलामी दी गई. वहीं 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी के 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार होते हुए देखा गया है.
मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 21 तोपों की सलामी दी गई. औपचारिक सलामी के हिस्से के रूप में 105 मिमी लाइट फील्ड गन से फायरिंग की गई. यह पहली बार है कि इन स्वदेशी बंदूकों का इस्तेमाल स्वतंत्रता दिवस समारोह में औपचारिक फायरिंग के लिए किया गया है.
#WATCH दिल्ली: आज औपचारिक सलामी के हिस्से के रूप में 105 मिमी लाइट फील्ड गन से फायरिंग की गई। यह पहली बार है कि इन स्वदेशी बंदूकों का इस्तेमाल स्वतंत्रता दिवस समारोह में औपचारिक फायरिंग के लिए किया गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2023
(वीडियो सोर्स: भारतीय सेना अधिकारी) pic.twitter.com/JY4ep3PqYr
पीएम मोदी ने दिया 90 मिनट का भाषण
77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने 90 मिनट तक भाषण दिया है. अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 100 साल पूरे कर चुका होगा, तब हमें दुनिया में भारत का ध्वज एक विकसित राष्ट्र के तौर पर फहराना है. वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हमें भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण जैसी तीन बुराईयों से लड़ना होगा. पीएम मोदी ने कहा, “2047 में जब देश आज़ादी के 100 का जश्न साल मनाएगा तो मेरा देश विकसित भारत बन कर रहेगा. मैं देश के सामर्थ्य के आधार पर ये कह रहा हूं.”
2047 तक विकसित भारत का तिरंगा फहराना है-पीएम
आजादी की 77वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने कहा, “लाल किले से मैं आपसे कुछ मांगने आया हूं. अपने अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज गंभीरतापूर्वक हमें उन चीजों को बदलना होगा. जब 2047 में देश आजादी के 100 साल मनाएगा. तो उस समय तिरंगा एक विकसित भारत का झंडा होना चाहिए. हमें रुकना नहीं है, उसके लिए सुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता पहली जरूरत है. हमें इसे मजबूती से खाद पानी देना चाहिए.”