फिर लौटा माध्यम वर्ग को परेशान...' सैम पित्रोदा की वापसी पर BJP ने कांग्रेस को घेरा
Sam Pitroda: कांग्रेस ने बुधवार को सैम पित्रोदा को तत्काल प्रभाव से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष पुन: घोषित कर दिया गया है बीते कुछ दिनों पहले भारतीयों की रंग रुप और उनकी नस्लवादी टिप्पाणी से उपजे विवाद के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उनका कांग्रेस ने तुरंत स्वीकार कर लिया था तो आइए जानते हैं इस खबर को विस्तार से..
![सैम पित्रोदा](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_0/------------------------------------693138117.webp)
Sam Pitroda: कांग्रेस ने बुधवार को सैम पित्रोदा को तत्काल प्रभाव से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष पुन: घोषित कर दिया गया है बीते कुछ दिनों पहले भारतीयों की रंग रुप और उनकी नस्लवादी टिप्पाणी से उपजे विवाद के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उनका कांग्रेस ने तुरंत स्वीकार कर लिया था.
कांग्रेस ने भारत को धोखा दिया: अमित मालवीय
भारतीय जनता पार्टी ने पित्रोदा की फिर नियुक्ती को लेकर कांग्रेस की आलोचना की. भाजपा के आई सेल प्रमुख अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया (X) पर लिखा कि, "मध्यम वर्ग को परेशान करने वाला वापस आ गया है. कांग्रेस ने भारत को धोखा दिया, चुनाव के तुरंत बाद सैम पित्रोदा को वापस लाया. हुआ तो हुआ."
The tormentor of middle class is back… Congress hoodwinks India, brings back Sam Pitroda soon after elections. हुआ तो हुआ। pic.twitter.com/kiK3lFq1QN
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 26, 2024
लोकसभा चुनाव के दौरान 8 मई को इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि था कि "हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहाँ पूर्व में रहने वाले लोग चाइनीज़ जैसे दिखते हैं, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर में रहने वाले मेरे ख़्याल से गोरे लोगों की तरह दिखते हैं, वहीं दक्षिण में रहने वाले अफ़्रीकी जैसे लगते हैं. इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता. हम सब भाई-बहन हैं."
कई बयान अपने बयानों के कारण सुर्खियों में आ चुके पित्रोदा
इसके बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया और फिर 8 मई की शाम होते- होते पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब सैम पित्रोदा ने अपने बयानों के कारण सुर्खियों में आए हो. वहीं इससे पहले साल 2019 में उन्होंने 1984 सिख दंगों पर एक बयान दिया था, जिस पर काफी हँगामा हुआ था.