संभल मस्जिद विवादः Supreme Court ने निचली अदालत की सुनवाई पर लगाई रोक, 6 जनवरी को अगली सुनवाई
संभल की जामा मस्जिद विवाद में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले पर रोक लगा दी है. साथ ही शीर्ष कोर्ट ने निर्देश दिया है कि जब तक हाईकोर्ट इस मामले में कोई आदेश न दे तब तक कार्रवाई को आगे न बढ़ाया जाए.
संभल मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत की सुनवाई पर रोक लगा दी है. शीर्ष अदालत ने कहा कि जब तक हाईकोर्ट इस मामले में कोई आदेश नहीं देता तब तक निचली अदालत की सुनवाई पर रोक रहेगी. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अगले साल यानी जनवरी महीने में सुनवाई करेगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से यह भी पूछा कि वह सुप्रीम कोर्ट आने से पहले हाई कोर्ट क्यों नहीं गए. दरअसल, ये याचिका मस्जिद कमेटी ने दाखिल की है. मस्जिद पक्ष ने स्थानीय कोर्ट के सर्वे के आदेश को चुनौती दी है.
बेहतर होगा हम इसे लंबित रखें
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा,' क्या 227 के तहत हाई कोर्ट जाना उचित नहीं है? बेहतर होगा कि हम इसे यहीं लंबित रखें. आप अपनी दलीलें उचित पीठ के सामने दायर करें.' सुनवाई के दौरान CJI ने कहा,'हम नहीं चाहते कि इस बीच कुछ भी हो. उन्हें आदेश को चुनौती देने का अधिकार है. वे रिवीजन या 227 याचिका दायर कर सकते हैं.'
शांति और सद्भाव बनाए रखने का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने कहा,' कुछ प्रतिवादी कैविएट पर उपस्थित हुए हैं. हमें लगता है कि याचिकाकर्ताओं को 19 तारीख को पारित आदेश को उचित मंच पर चुनौती देनी चाहिए. इस बीच शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए. हम यह भी मानते हैं कि यदि कोई अपील/पुनरीक्षण किया जाता है तो उसे 3 दिनों के अंदर सुनवाई के लिए लिस्टेड किया जाना चाहिए.'
संभल में क्यों है मस्जिद को लेकर विवाद?
संभल में मुगल शासक बाबर के युग में बनी जामा मस्जिद पर इस बात को लेकर विवाद है कि यहां पहले 'हरि हर मंदिर' था, जहां पर मस्जिद का निर्माण कराया गया था. इसको लेकर हिंदू पक्ष की तरफ से एक वकील ने कोर्ट सर्वे की मांग के साथ स्थानीय कोर्ट में याचिका दायर की थी. बाद में कोर्ट ने सर्वे का आदेश जारी किया, जिसको लेकर इलाके में तनाव पैदा हो गया, और मुस्लिम समाज ने इसका विरोध किया.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. बीते हफ्ते जिले की शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बड़े स्तर हिंसा भड़क गई थी. इसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस घटना के बाद से ही संभल को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है. इस हिंसा में शामिल करीब 28 लोगों को पकड़ा जा चुका है और बड़ी संख्या में आरोपी फरार भी चल रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को एक बार फिर से संभल हाई अलर्ट पर है.