संभल हिंसा का सीसीटीवी फुटेज से बड़ा खुलासा, अब होगी वसूली..वीडियो में फायरिंग करते नजर आ रहे युवक

Sambhal violence: संभल हिंसा पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शख्त है. सीएम योगी ने कहा है कि जिन लोगों ने संभल में अराजकता फैलाने की कोशिश की उनसे अब नुकसान की भरपाई की जाएगी. दूसरी तरफ संभल हिंसा के अब सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. 

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Sambhal violence: संभल में हुई हिंसा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. जामा मस्जिद के पीछे मौजूद हाफिजों वाली मस्जिद की सड़क पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, जिसकी पुष्टि ड्रोन कैमरे से रिकॉर्ड की गई वीडियो में हो रही है. वीडियो से साफ हो रहा है कि इस सड़क पर पुलिस का कोई तगड़ा पहरा नहीं था. भीड़ को इकट्ठा होने में इससे मदद मिली और करीब 10 मिनट में सैकड़ों लोग यहां जुट गए. शुरुआत में भीड़ ने निजी वाहनों में तोड़फोड़ करना शुरू किया. इस दौरान पुलिस और भीड़ के बीच केवल 30 मीटर की दूरी थी. इसके बाद भीड़ के आक्रोशित होने पर आगजनी की घटना भी हुई.

आगजनी कर रही भीड़ को जब पुलिस ने कंट्रोल करना चाहा तो भीड़ और भी उग्र हो गई. इस साथ ही पथराव और फायरिंग करते हुए उसी सड़क से लौट गई, जिससे वह जामा मस्जिद तक पहुंची थी. कयास लगाए जा रहे हैं कि यही भीड़ नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा इलाके में भी पुलिस पर पथराव कर रही थी. अन्य किसी इलाके में पुलिस और भीड़ के बीच संघर्ष नहीं हुआ. पुलिस-प्रशासन इस घटनाक्रम की समीक्षा कर रहा है.

सीसीटीवी फुटेज जांचने के बाद होगी वसूली

जामा मस्जिद और नखासा तिराहे पर जिन वाहनों में आग लगाई गई और तोड़फोड़ की गई, उसका तकनीकी मुआयना एआरटीओ ने किया. रिपोर्ट तैयार होने के बाद उपद्रवियों से नुकसान की वसूली की जाएगी. एसपी ने पुष्टि की है कि एआरटीओ ने घटना स्थल का निरीक्षण कर लिया है और अब रिपोर्ट तैयार की जा रही है.

दो करोड़ से अधिक नुकसान का अनुमान

उपद्रवियों ने जामा मस्जिद और अन्य इलाकों में भारी तोड़फोड़ और आगजनी की, जिससे करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पुलिस प्रशासन के मुताबिक, इस नुकसान का आकलन जारी है और उपद्रवियों से इसकी भरपाई की जाएगी.

एडीजी ने संभाला मोर्चा, स्थिति पर नजर

बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा ने संभल पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मीटिंग की और घटनास्थल का निरीक्षण किया. मंगलवार को भी वह जिले के दौरे पर रहे और अधिकारियों से गोपनीय बैठक की. इसके साथ ही, उन्होंने उलेमाओं से भी बातचीत की है, जिससे हालात को सामान्य किया जा सके. First Updated : Wednesday, 27 November 2024