Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल की इन दिनों संदेशखाली चर्चा का विषय बना हुआ है. संदेशखाली में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी नेता लगातार संदेशखाली जाने की कोशिश कर रहे हैं. अब कलकत्ता हाई कोर्ट ने विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली जाने की इजाजत दे दी है. इसके पहले भी वो दो बार संदेशखाली जाने की कोशिश कर चुके हैं. आज सुवेंदु अधिकारी के साथ 5 विधायक भी जा रहे थे, जिनको पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय से सशर्त अनुमति मिलने के बाद, बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी मंगलवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली के लिए रवाना हुए. सुवेंदु के साथ विधायक बीजेपी नेता भी गए हैं. हालांकि, उन्हें और अन्य नेताओं को पुलिस ने संदेशखाली जाने से रोक दिया है.
संदेशखाली जाने की पिछली दो कोशिशों में सुवेंदु अधिकारी नाकाम रहे, दोनों बार उनको रास्ते में ही रोक दिया गया था. आज सुवेंदु अकेले संदेशखाली नहीं जाएंगे बल्कि उनके साथ बीजेपी के 5 अन्य नेता भी जा रहे हैं. जानिए कौन हैं वो पांचों नेता जो संदेशखाली का दौरा करने वाले हैं.
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को कोर्ट से संदेशखाली जाने की पर्मिशन मिल गई है. उनके साथ भाजपा के पांच अन्य नेता भी जा रहे हैं. संदेशखाली जाने वाले नेताओं में शंकर घोष, विशाल लामा, अग्निमित्रा पॉल, सुमिता सिन्हा रॉय और तापसी मंडल का नाम सामने आया है. हालांकि कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ सुवेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने की इजाजत दी है.
सुवेंदु अधिकारी बंगाल में विपक्ष के नेता हैं. इसके पहले वो टीएमसी थे, लेकिन 19 दिसंबर 2020 को वह भाजपा में शामिल हो गए थे. 2021 में नंदीग्राम विधानसभा से ममता बनर्जी को सुवेंदु अधिकारी ने मात दी थी. सुवेंदु अधिकारी के पिता सिसिर अधिकारी मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे हैं.
संदेशखाली जाने वाले नेताओं में सुमिता सिन्हा रॉय का नाम भी शामिल है. आपको बता दें कि वह बीजेपी की सदस्य हैं. 2021 के चुनाव में सुमिता कांथी उत्तर से पश्चिम बंगाल विधान सभा के लिए चुनी गईं.
तापसी मंडल पश्चिम बंगाल विधान सभा की सदस्य हैं. वह 2016 से हल्दिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. इसके पहले वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से जुड़ी थीं, लेकिन 2020 में वह भाजपा में शामिल हो गईं.
अग्निमित्रा पाल राजनीति में आने से पहले फैशन डिजाइनर थीं, आपको बता दें कि वह पश्चिम बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं. 2021 के विधानसभा चुनाव में वह आसनसोल दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक बनी हैं.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में शंकर घोष सिलीगुड़ी से विधायक चुने गए थे. पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के बिष्णुपुर के रहने वाले शंकर घोष सीपीआईएम से जुड़े थे, लेकिन 12 मार्च 2021 को वह बीजेपी में शामिल हो गए.
बिशाल अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी के रहने वाले हैं. बिशाल ने 2021 में कालचीनी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.
बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को भी जाने से रोका गया था, लेकिन उन्होंने कोर्ट का रुख किया. सोमवार को कोर्ट ने उन्हें संदेशखाली जाने की इजाजत दे दी और राज्य सरकार को अपनी यात्रा के रूट की जानकारी देने का निर्देश दिया. न्यायमूर्ति कौशिक चंद ने भाजपा नेता को यात्रा के दौरान कोई भड़काऊ भाषण नहीं देने और संवेदनशील इलाके में किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं करने का आदेश दिया. इसके साथ ही कोर्ट ने सुवेंदु अधिकारी को पूरी सुरक्षा देने की बात भी कही. First Updated : Tuesday, 20 February 2024