संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

भारत के राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है. वे 11 नवंबर को अपना पदभार संभालेंगे जब मौजूदा मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ रिटायर होंगे. संजीव खन्ना का करियर काबिलियत से भरा है, वे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रह चुके हैं और कई महत्वपूर्ण निर्णयों का हिस्सा रहे हैं.

calender

New Direction Of Justice: भारत के राष्ट्रपति ने हाल ही में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है. वे 11 नवंबर को वर्तमान मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ के सेवानिवृत्त होने के बाद पदभार संभालेंगे. न्यायमूर्ति खन्ना का कार्यकाल दो साल का होगा जिसमें वे महत्वपूर्ण न्यायिक फैसले सुनाएंगे और भारतीय न्यायपालिका के कार्यों में सुधार लाएंगे.

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का करियर

न्यायमूर्ति खन्ना सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे हैं और इससे पहले 2005 से 14 साल तक दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रह चुके हैं. उनकी विशेषज्ञता कराधान और वाणिज्यिक कानून में है और उन्होंने पिछले दो दशकों में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिखे हैं.

महत्वपूर्ण फैसले और योगदान

न्यायमूर्ति खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने हाल ही में दिल्ली शराब घोटाले में आप सांसद संजय सिंह को नियमित जमानत दी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत प्रदान की. इसके अलावा, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ 100% क्रॉस-सत्यापन की याचिका को खारिज करते हुए भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) में विश्वास को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.

चुनाव प्रक्रिया में सुधार

मार्च में उनकी पीठ ने चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित कानूनों पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज किया. न्यायमूर्ति खन्ना ने चुनाव आयुक्तों की जल्दबाजी में नियुक्ति के लिए सरकार की आलोचना की थी. इसके साथ ही, वे उस पीठ का हिस्सा रहे हैं जिसने चुनावी बांड योजना की संवैधानिक वैधता को खारिज किया और अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के फैसले को भी बरकरार रखा.

उम्मीदें और भविष्य

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कार्यकाल भारतीय न्यायपालिका में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की उम्मीद जगाता है. उनकी नियुक्ति के साथ, न्यायालय की कार्यप्रणाली में सुधार और समाज में न्याय की स्थिति को बेहतर बनाने की उम्मीद की जा रही है. भारतीय न्यायपालिका के भविष्य के लिए उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी.

संजीव खन्ना की नियुक्ति से न केवल न्यायपालिका में नए विचार और दृष्टिकोण आएंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि न्याय का मार्ग हमेशा सही दिशा में आगे बढ़े. First Updated : Thursday, 24 October 2024