Manipur Viral Video: मणिपुर वायरल वीडियो केस में दोनों पीड़ित महिलाएं भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. आज 31 जुलाई यानी सोमवार को फिर सुनवाई हो रही है. इस मामले पर CJI डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि वीडियो के सामने आने से यह मामला सामने आया है. लेकिन यह इकलौती घटना नहीं है, जहां महिलाओं के साथ मारपीट या उत्पीड़न किया है. ऐसी और भी कई घटनाएं हैं.
मणिपुर वायरल वीडियो पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा सवाल, कहा कि जब घटना 4 मई को हुई तो FIR 18 मई को क्यों दर्ज की गई? 15 दिन पुलिस क्या कर रही थी? यह घटना सामने आई कि महिलाओं निर्वस्त्र कर घुमाया गया और कम से कम दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया, 4 से 18 मई तक पुलिस क्या कर रही थी?.
मणिपुर में हुए भयावह मामले पर महिलाओं की ओर से शीर्ष अदालत में वकील सिब्बल ने कहा है कि, वायरल वीडियो के मामले की CBI जांच और इस मामले को असम भेजा जाना खिलाफ है. केंद्र सरकारी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हमने कभी भी FIR को असम स्थानांतरित करने का अनुग्रह नहीं किया. आगे उन्होंने कहा कि इस मामले को मणिपुर से बाहर स्थानांतरित किया जाए.
CJI डी.वाई. चंद्रचूड़ का कहना है कि 'यह मामला केवल वीडियो के कारण सामने आया है हमारे देश में कई घटनाएं है. जहां महिलाओं के साथ अत्याचार और अन्याय किया जाता है, यह केवल एक घटना नहीं है. हमे महिलाओं के खिलाफ हिंसा के इस व्यापक मुद्दे को देखने के लिए एक तंत्र भी बनाना होगा." CJI डी. वाई चंद्रचूड़ ने पूछा कि 3 मई के बाद से मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी, ऐसे कितने FIR दर्ज की गई हैं.