गोवा के पणजी में शुक्रवार शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में एससीओ के सदस्य देश जुलाई में हुई समूह की बैठक के दौरान विचार किए गए लगभग 15 प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे। इन प्रस्तावों का मुख्य उद्देश्य व्यापार, प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, वाणिज्य और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्रों में एससीओ के देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। शुक्रवार चीनी विदेश मंत्री किन गैंग, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो जरदारी और उज्बेकिस्तान के बख्तियोर सैदोव समेत एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्री बैठक में भाग लेने के लिए गोवा पहुंचे हैं। इस दौरान जयशंकर ने बिलावल भुट्टो की मौजूदगी में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने जोद देते हुए कहा कि हर हाल में आतंकवाद को रोकना होगा और इस पर किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा। इसके अलावा सभी को टेरर फंडिंग पर लगाम लगाने की जरूरत है।
एस जयंशकर ने बैठक में कहा कि "आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए।" उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करना एससीओ के मूल जनादेशों में से एक है।
गोवा के बेनौलिम में समुद्र किनारे स्थित ताज एक्सोटिका रिसॉर्ट में एससीओ परिषद के विदेश मंत्रियों की बैठक में किन गैंग, सर्गेई लावरोव, बिलावल भुट्टो जरदारी के सामने एस जयंशकर ने कहा कि एस जयंशकर ने बैठक में कहा कि "आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए।" उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करना एससीओ के मूल जनादेशों में से एक है।
इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने गुरूवार शाम को रूस, चीन, पाकिस्तान समेत एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के भव्य स्वागत समारोह की मेजबानी की थी। इस समारोह में पाक मंत्री बिलावल भुट्टो भी शामिल हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, बिलावल के साथ पाकिस्तान से आए अधिकारियों ने दावा किया कि एस जयशंकर ने बाकी नेताओं की तरह बिलावल भुट्टो से भी हाथ मिलाया है। हालांकि, भारत की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई है। First Updated : Friday, 05 May 2023