केरल के मलप्पुरम में मंकीपॉक्स का एक मरीज मिला है. यह व्यक्ति यूएई से लौटकर आया था. केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जब इस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दिए, तो उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां जांच के दौरान वायरस की पुष्टि हुई.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो लोग विदेश यात्रा कर चुके हैं, उन्हें यदि मंकीपॉक्स के लक्षण महसूस हों तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें. अस्पतालों में इलाज और आइसोलेशन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने नोडल अधिकारियों के फोन नंबर भी साझा किए हैं. सभी मेडिकल कॉलेजों में भी इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं.
दिल्ली के एक व्यक्ति में भी इस साल मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था. अब केरल में यह दूसरा मामला है. केरल के इस मरीज के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है, और उनमें से कुछ की रिपोर्ट आ चुकी है, जो मंकीपॉक्स निगेटिव है. मंकीपॉक्स की पुष्टि होने के बाद केरल का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है, और एयरपोर्ट पर जांच बढ़ा दी गई है.
कुछ हफ्ते पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था. अफ्रीका में इस वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के कारण यह फैसला लिया गया. पहले भी यह वायरस दुनिया के कई देशों में फैल चुका है और भारत में भी कई मामले रिपोर्ट किए गए थे. इस बार एमपॉक्स का नया स्ट्रेन भी फैल रहा है, जिसे अधिक खतरनाक माना जा रहा है.
महामारी विशेषज्ञ डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि मंकीपॉक्स के कुछ केस सामने आ सकते हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों को इस वायरस के प्रति जागरूक रहना चाहिए. सरकार अपनी तरफ से प्रयास कर रही है, लेकिन आम लोगों को भी सावधान रहना होगा. मंकीपॉक्स कोविड की तरह तेजी से नहीं फैलता, फिर भी यदि किसी में फ्लू जैसे लक्षण या त्वचा पर दाने दिखें, तो तुरंत जांच कराएं. First Updated : Wednesday, 18 September 2024