Protest Aggainst New Hit And Run Law: भारत सरकार द्वारा बनाए गए नए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन के बीच परिवहन संघों और ड्राइवरों की देशव्यापी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. जिससे ईंधन आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई और विभिन्न शहरों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग गईं. भारतीय दंड संहिता को खत्म करते हुए हाल ही में केंद्र सरकार ने भारतीय न्याय संहिता को जगह दी है. इस नए कानून में हिट-एंड-रन मामलों के लिए कड़े दंड पेश किए हैं.
नए कानून में विशेष रूप से गंभीर सड़क दुर्घटनाओं में शामिल मोटर चालकों के लिए यह प्रावधान है कि जो मोटर चालक अधिकारियों को घटना की सूचना दिए बिना घटनास्थल से भाग जाते हैं. इस नए कानून के तहत, ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को 10 साल तक की कैद और ₹7 लाख का भारी जुर्माना हो सकता है.
नए हिट एंड रन कानून को लेकर चल रहे विरोध के जवाब में, महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस से संभावित कमी को कम करने के लिए पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. अधिकारियों ने कहा है कि हड़ताल के कारण एलपीजी सिलेंडरों को बाजार में भेजने का काम बाधित हो गया है. हड़ताल में भाग लेने वाले पैक्ड लॉरी चालक कथित तौर पर संयंत्र में रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं, जिससे वितरण प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है.
सोमवार को, प्रदर्शनकारियों ने रणनीतिक रूप से खेड़ा, वलसाड, गिर सोमनाथ, भरूच और मेहसाणा जिलों से गुजरने वाले राजमार्गों को अवरुद्ध करने के लिए वाहन खड़े कर दिए, जिससे मेहसाणा में मेहसाणा-अंबाजी राजमार्ग और खेड़ा में अहमदाबाद-इंदौर राजमार्ग जैसे मार्गों पर व्यवधान पैदा हो गया. मुख्य मार्गों पर टायर जलाने से कुछ देर के लिए ये राजमार्ग अवरुद्ध हो गए, जिससे देरी हुई और कनेरा गांव के पास अहमदाबाद-वडोदरा राजमार्ग पर 10 किलोमीटर लंबा यातायात जाम हो गया.
ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी पहुंच गया, धौलपुर-करौली मार्ग, उदयपुर-नाथद्वारा मार्ग, सवाई माधोपुर-कोटा लालसोट मार्ग, भीलवाड़ा-अजमेर मार्ग और अनूपगढ़-गंगानगर सहित प्रमुख राजमार्ग मार्गों पर ट्रैफिक जाम की सूचना मिली. First Updated : Tuesday, 02 January 2024