Jammu News: पुलिस और सेना की एक संयुक्त टास्क फोर्स ने बारामूला के डांगरपोरा में नाका लगाया था. नाका पार्टी ने वहां से गुजरने वाले संदिग्ध तत्वों पर नजर रखनी शुरू कर दी. इसी दौरान उन्हें दो युवकों पर शक हुआ. जवानों ने जैसे ही उन्हें रुकने का इशारा किया तो युवक वहां से भागने लगे. सिपाहियों ने दोनों को दौड़कर पकड़ लिया. दोनों स्थानीय आतंकी निकले.
हथियार और ग्रेनेड बरामद
गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों की पहचान गुलाम हसन मीर और मुख्तार अहमद खान के रूप में की गई है. उनके पास से एक चीनी पिस्तौल, एक मैगजीन, 12 कारतूस और दो चीनी ग्रेनेड भी बरामद किए गए. शुरुआती पूछताछ में उसने बताया कि वह लश्कर से जुड़ा हुआ है और उसे बारामूला में टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देने के लिए कहा गया था.
ये दोनों चंदूसा के रहने वाले हैं और दोनों से पूछताछ जारी है. बारामूला से मिली एक अन्य जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सुबह अपने सिस्टम से पता चला था कि कुंजर के पास हयातपोरा-रावतपोरा के बीच आतंकियों को देखा गया है. वहीं, पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया. जवानों ने देखा कि एक जगह दो बैग और एक कंबल पड़ा हुआ है. जब जवानों ने बैग की जांच की तो उन्हें एक असॉल्ट राइफल की तीन मैगजीन और कुछ कारतूस और एक प्रेशर कुकर आईईडी मिला.
सर्च ऑपरेशन जारी
संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आतंकियों ने जवानों को आते देख लिया होगा और वे अपना सामान छोड़कर वहां से भाग गये. बरामद आईईडी का इस्तेमाल कुंजर और बारामूला में कहीं किया जा सकता था. फिलहाल पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.
आपको बता दें कि बीते दिन जम्मू-कश्मीर में एक और बड़ा हमला हुआ था. बारामूला में आतंकियों के हमले के चलते एक और पुलिसकर्मी गुलाम मोहम्मद डार शहीद हो गए हैं. आतंकियों ने वेलू क्रालपोरा गांव में उनके घर में घुसकर गोलबारी की थी. डार पुलिस हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात थे. First Updated : Wednesday, 01 November 2023