Parliament Security Beach: संसद में सुरक्षा की चूक की घटना के बाद गुरुवार को पार्लियामेंट के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, सिक्योरिटी ने परिसर में प्रवेश करने वालों की गहन जांच की. सुरक्षाकर्मियों ने संसद से करीब 100 मीटर की दूरी पर परिवहन भवन के बाहर बैरिकेड लगा दिया. किसी भी अंजान शख्स को तब तक एंट्री नहीं दी गई जब तक उसके पहचान पत्र की जांच नहीं कर ली. इसके अलावा कड़ी सुरक्षा के बीच आदिवासी क्षेत्र डांग से आए कुछ विद्यार्थियों की जांच के बाद प्रधानमंत्री से मिलने की अनुमति दी गई.
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को मकर द्वार से संसद भवन में एंट्री नहीं दी गई, संगमा अपनी कार से उतरने के बाद इमारत में प्रवेश के लिए शार्दुल द्वार की ओर चल पड़े. संसद के अधिकारियों ने कहा कि, सांसदों के निजी सचिव, उनके कर्मचारियों को मकर द्वार से एंट्री करने से रोक दिया गया है. क्योंकि यहां से सिर्फ सांसदों की ही एंट्री होगी. बाकी के लोगों को शार्दुल द्वार से इमारत के अंदर आने की इजाजत दी गई है.
मकद द्वारा सांसदों के अलावा सभी के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. वहीं, मीडिया कर्मियों को पुरानी संसद के लोन में गेट नंबर 12 के पास भेज दिया गया है. पत्रकारों को निर्देश दिया गया है कि वह मकर द्वार के पास सांसदों की बाइट और वीडियो शूट न करें. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए एक कर्मचारी ने कहा कि भीड़भाड़ से बचने के लिए यह आदेश दिया गया है. इस द्वार पर सांसदों के अलावा किसी भी शख्स का आना वर्जित किया गया है. इसके साथ ही संसद में कुछ लोगों को प्रवेश के दौरान जूते उतारने के लिए बोला गया है. क्योंकि जिन्होंने संसद के अंदर कैनल का इस्तेमाल किया वह अपने जूते में छुपाकर गए थे.
संसद परिसर के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने केवल उन्हीं लोगों को एंट्री दी है, जिनके पास वैध पासेस हैं. संसद सदस्यों के ड्राइवरों को भी वैध पास होने के बाद ही एंट्री की अनुमति दी है. दिल्ली पुलिस एक कर्मी ने कहा कि बुधवार को यहां पर एक बड़ी घटना हुई है, अगर यह घटना बड़ी होती तो दुनिया में इसका क्या मैसेज जाता? First Updated : Friday, 15 December 2023