पिछले 10 सालों में बदली फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की दिशा और दशा, बोले PM मोदी

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि भारत ने बीते एक दशक के भीतर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बदलने की दिशा में अहम सुधार किए हैं. इन सुधारों की वजह से यह सेक्टर और मजबूती के साथ उभरा है. पीएम ने अपने संबोधन में किसानों की भी सराहना की. पीएम ने उन्हें भारतीय खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ करार दिया है.

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PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत ने पिछले दशक में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बदलने के लिए कई सुधार शुरू किए हैं.नई दिल्ली में आयोजित विश्व खाद्य भारत कार्यक्रम में अपने वर्चुअल संबोधन में पीएम ने कहा कि उनकी सरकार खाद्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए देश भर में आधुनिक बुनियादी ढांचे, मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाओं और रोजगार सृजन का एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बना रही है. 

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 सालों के दौरान हमने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए व्यापक सुधार लागू किए हैं. इसमें खाद्य प्रसंस्करण में 100 फीसदी एफडीआई, प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना, खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना जैसी बहुआयामी पहल शामिल हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने किसानों की सराहना की और उन्हें भारतीय खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ करार दिया.

और क्या बोले पीएम मोदी?

उन्होंने कहा कि किसानों ने पाक कला की उत्कृष्ट पौष्टिक और स्वादिष्ट परंपराओं का निर्माण भी सुनिश्चित किया है.  हम नवोन्मेषी नीतियों और केंद्रित कार्यान्वयन के साथ उनकी कड़ी मेहनत का समर्थन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि भारत खाद्य क्षेत्र में नवाचार, स्थिरता और सुरक्षा के लिए वैश्विक मानक स्थापित करे. पीएम ने कहा कि इसे प्रगतिशील कृषि पद्धतियों, मजबूत प्रशासनिक ढांचे और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से हासिल किया जा सकता है. वह छोटे उद्यमों को सशक्त बनाने की भी कल्पना करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे एमएसएमई फलें-फूलें और वैश्विक मूल्य श्रृंखला का अभिन्न अंग बनें. साथ ही हम महिलाओं को सूक्ष्म उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं. 

पीएम ने किया यह आग्रह 

कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों का अभिवादन करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व खाद्य भारत 2024,  वैश्विक खाद्य उद्योग के प्रतिभाशाली लोगों के लिए एक जीवंत मंच है जिसमें खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर भी चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे यकीन है कि खाद्य सुरक्षा बढ़ाने और खाद्य अपव्यय को कम करने के लिए तमाम तरह के प्रयासों का प्रदर्शन किया जाएगा. पीएम ने सभी से आगे बढ़ने और एक स्थायी, सुरक्षित, समावेशी और पौष्टिक दुनिया के निर्माण के सपने को साकार करने का भी आग्रह किया. 
 

First Updated : Thursday, 19 September 2024