Chandrayaan-3: विदेशी मीडिया में छाया चंद्रयान-3, भारत की सफलता पर न्यूयॉर्क टाइम्स से लेकर पाकिस्तानी मीडिया में क्या छपा?
Chandrayaan 3 Moon Landing: भारत ने अपने चंद्रयान-3 को चांद के साउथ पोल पर उतार दिया है. विदेश मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी से लेकर पाकिस्तानी मीडिया में भारत की सफलता को प्रमुखता से दिखाया गया है.
Chandrayaan 3 Successful Moon Landing: भारत की स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रमा के साउथ पोल (दक्षिणी ध्रुव) पर मिशन चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक उतारकर इतिहास रच दिया है. ये उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. जबकि चंद्रमा की सहत पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला दुनिया को चौथा देश बन गया है. इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन ही चांद पर अपना यान भेजने में सफल हुए है. कई बड़े अखबारों ने चंद्रमा पर भारत की सफलता को प्रमुख हेडलाइन के रूप में छापा है.
चांद पर अब तक चुनिंदा देश ही अपने यान सफलापूर्वक उतार चुके है. 20वीं सदी में अमेरिका और सोवियत संघ (रूस) ने चंद्रमा पर अपना यान भेजकर दुनिया को हैरान कर दिया था. इसके बाद 21वीं सदी में चीन ने भारत से पहले चंद्रमा पर अपना यान उतारा था. तब इसरो ने कहा था कि चीन भले ही हमारे से पहले चांद पर पहुंच गया हो, लेकिन हम जल्द ही इस अंतर को कम कर देंगे. बुधवार 23 अगस्त को भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल पर अपना मिशन चंद्रयान-3 उतारने के साथ ही अतंरिक्ष में नया कीर्तिमान रचा है.
अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा, 'लेटेस्ट मून रेस में, भारत दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में सबसे पहले पहुंचा.' द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा, ‘भारतीय जनता पहले से ही देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों पर बहुत गर्व करती है, जिसने चंद्रमा और मंगल ग्रह की परिक्रमा की है और नियमित रूप से अन्य देशों की तुलना में बहुत कम वित्तीय संसाधनों के साथ पृथ्वी के ऊपर उपग्रहों को लॉन्च किया है. लेकिन चंद्रयान-3 की उपलब्धि इससे भी मीठी है.’
सीएनएन (CNN) ने कहा कि भारत ने चंद्रमा पर ऐतिहासिक लैंडिंग की. सीएनए लिखता है, 'रूस के असफल लूना-25 की लैंडिंग प्रयास के बाद से भारत का मिशन और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया. चंद्रयान-3 की सफलता के साथ भारत 21वीं सदी में चीन के बाद चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला दूसरा देश बन गया.'
द वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा, 'भारत ने चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारा चंद्रयान 3 मिशन की सफल लैंडिंग अंतरिक्ष में बढ़ती महत्वाकांक्षाओं वाले देश के लिए एक जीत है और एक अरब से अधिक लोगों के देश में इसका जश्न मनाया गया.' रूसी समाचार एजेंसी TASS ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, 'भारत की स्पेश एजेंसी इसरो ने अपना अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर दिया.'
राष्ट्रीय प्रसारक ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) लिखता है कि चंद्रमा के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 के उतरते ही भारत ने इतिहास रच दिया है. ये भारत के लिए बड़ा क्षण है. चंद्रमा पर उतरना आसान नहीं है. इस सप्ताह रूस के प्रयास लूना-25 मिशन विफल रहा. जर्मनी अखबार 'डॉयचे वैले' ने मिशन चंद्रयान 3 को लाइव कवरेज दी. चंद्रयान 3 की लैंडिंग के बाद डॉयचे वैले ने लिखा, 'चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करने वाला पहला देश बना भारत. 140 करोड़ भारतीयों के दिल की हसरत को टीम इसरो ने साकार किया.'
पाकिस्तानी मीडिया में क्या छपा?
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार 'द डॉन' ने भारत की इस कामयाबाी को अपनी खबरों में जगह दी है. द डॉन ने कहा, 'भारत ने अंतरिक्ष में दुनिया के सामने ऐसी मिसाल कायम की है, जिसे अब हर देश फॉलो करना चाहेगा. चंद्रमा पर यान उतारना आसान नहीं था. हालांकि, इमरान खान की सरकार में साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर रहे फवाद चौधरी ने लैंडिंग से पहले भारत को सफलता की शुभकामनाएं दी थी.