India Maldives Issue: मालदीव विवाद पर पीएम मोदी के समर्थन पर बोले शरद पवार, पीएम के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे

Sharad Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है कि कोई भी अन्य देश के किसी भी पद पर रहकर प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करते हैं.

Saurabh Dwivedi
Saurabh Dwivedi

India Maldives Issue: भारत और मालदीप के बीच प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी और देश के खिलाफ अपमानजनक बयानों से विवाद बढ़ता ही जा रहा है. वहीं अब इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है कि कोई भी अन्य देश के किसी भी पद पर रहकर प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करते हैं.

मंगलवार को मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पवार ने कहा, "नरेंद्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं और अगर किसी अन्य देश का कोई भी व्यक्ति हमारे प्रधान मंत्री पर ऐसी टिप्पणी करता है, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे." उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के पद का सम्मान करना होगा और हम देश के बाहर से पीएम के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे."

मालदीव के उप मंत्री, अन्य कैबिनेट सदस्यों और सरकारी अधिकारियों द्वारा पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बारे में अपमानजनक और भद्दे संदर्भ दिए जाने के बाद एक बड़ा विवाद पैदा हो गया. 2 जनवरी को पीएम मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया और कई तस्वीरें साझा कीं, जिसमें स्नॉर्कलिंग में हाथ आजमाने का एक 'रोमांचक अनुभव' भी शामिल था.

क्रिकेटरों और फिल्मी हस्तियों सहित भारतीय तब से स्थानीय समुद्र तट स्थलों और अन्य पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए खुले समर्थन में सामने आए हैं. उन्होंने लक्षद्वीप में समुद्र तट पर्यटन को बढ़ावा देने के पीएम मोदी के आह्वान के प्रति भी समर्थन जताया. हालाँकि, मालदीव सरकार ने अपने मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर ने कहा कि विदेशी नेताओं के खिलाफ ये टिप्पणियां "अस्वीकार्य" हैं और मालदीव सरकार की आधिकारिक स्थिति को नहीं दर्शाती हैं.
 
बता दें कि इससे पहले रविवार को मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि नई दिल्ली हमेशा द्वीप राष्ट्र का एक अच्छा दोस्त रहा है. एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर सोलिह ने पोस्ट किया, "मैं सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ घृणित भाषा के इस्तेमाल की निंदा करता हूं. भारत हमेशा मालदीव का एक अच्छा दोस्त रहा है और हमें इस तरह की कठोर टिप्पणियों को नकारात्मक प्रभाव डालने की अनुमति नहीं देनी चाहिए." हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती है.” 

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09 January 2024, 03:59 PM IST

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