Shashi Tharoor: 'मंदिर सरकार का मामला नहीं', अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर बोले शशि थरूर
Shashi Tharoor: अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी पर तंज कसा है. बुधवार, (27 दिसंबर) को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर मूर्ति-स्थापना समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है.
Congress Leader Shashi Tharoor On Ayodhya Event: साल 2024 के शुरुआत में अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने वाले कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्र के बीजेपी सरकार पर तंज कसा है. बुधवार, (27 दिसंबर) को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर मूर्ति-स्थापना समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है. बीजेपी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह धर्म को एक व्यक्तिगत विशेषता के रूप में देखते हैं, न कि राजनीतिक दुरुपयोग के लिए. इस दौरान उन्होंने कहा मंदिर सरकार का मामला नहीं है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में शशि थरूर ने लिखा, मीडिया ने पूछताछ के दौरान जानना चाहा कि क्या मैं 22 जनवरी को अयोध्या जाऊंगा. मैंने उन्हें बताया कि मुझे आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन मैंने धर्म को एक व्यक्तिगत विशेषता के रूप में देखा, न कि राजनीतिक फायदे के लिए.
'आज मीडिया भी उन्हीं के हाथों में खेल रही है'
बीजेपी का नाम लिए बगैर शशि थरूर ने कहा कि आज मीडिया भी उन्हीं के हाथों में खेल रही है जो मंदिर के नाम पर राजनीतिक फायदे उठाने की कोशिश में लगे हुए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिसके बारे में पहले से सबकुछ पता है उस अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम को इतनी बड़ी खबर बनाकर जनता का ध्यान भटकाते हुए राम मंदिर से राजनीतिक लाभ उठाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
Was interrogated by the waiting press, wanting to know if I would be going to Ayodhya on January 22. I told them I hadn’t been invited but I saw religion as a personal attribute and not one for political (mis)use.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 27, 2023
I also pointed out that by making such a major news story of the… pic.twitter.com/LQpybKbT3t
थरूर ने आगे कहा, "मंदिर सरकार का मामलानहीं है, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, लोक कल्याण और राष्ट्रीय सुरक्षा ये सभी मुद्दे सरकार से जुड़े हैं. लेकिन मीडिया मंदिर के मुद्दे को खबर बनाकर उन मुद्दों से ध्यान हटाने में मदद कर रहा है.