Shashi Tharoor's Lok Sabha Polls Prediction: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भविष्यवाणी की है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी 2024 के आम चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने से रोका जा सकता है इसके लिए भाजपा के सहयोगियों को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में विश्वास खोने के लिए मजबूर करना होगा. पिछले आम चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 303 सीटें जीतीं. लेकिन इस बार उनका लक्ष्य 400 का आंकड़ा हासिल करना है. कांग्रेस और 27 अन्य विपक्षी दलों ने भाजपा के विजयी रथ को चुनौती देने के लिए गठबंधन बनाया है.
केरल साहित्य महोत्सव में संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए उसकी सीटों की संख्या कम करनी होगी. "मुझे अब भी उम्मीद है कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. लेकिन मेरा मानना है कि उनकी संख्या को उस स्तर तक कम किया जा सकता है.
आगामी लोकसभा चुनाव पर बात करते हुए शशि थरूर ने कहा कि अगर इंडिया ब्लॉक पर्याप्त राज्यों में सीट-बंटवारे के समझौते को सुरक्षित कर लेता है तो अधिकांश सीटों पर भाजपा को जीतने से रोका जा सकता है. अगर ऐसा नहीं होता है तो शायद भाजपा का उम्मीदवार जीत जाएगा. लेकिन यह हमारी फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली में लोकतंत्र है." उन्होंने आगे कहा कि केरल में सीपीआई (एम) और कांग्रेस के लिए सीट बंटवारे के समझौते पर सहमत होना असंभव है.
केरल में यह कल्पना करना लगभग असंभव है कि भारतीय गठबंधन के दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी सीपीआई (एम) और कांग्रेस कभी सीट-बंटवारे पर सहमत होंगे, लेकिन तमिलनाडु में सीपीआई, सीपीआई( एम), कांग्रेस और डीएमके सभी एक साथ गठबंधन कर रहे हैं. वे पहले ही पिछला चुनाव एक साथ लड़ चुके हैं. संभावना है कि वे यह चुनाव भी लड़ेंगे.
इंडिया ब्लॉक कई राज्यों में सीट-बंटवारे पर बातचीत कर रहा है. हालांकि, कई राज्यों में गठबंधन सहयोगियों के बीच समझौता करना कठिन है क्योंकि घटक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं. बंगाल में ममता बनर्जी ने कहा था कि उनकी टीएमसी केवल भाजपा को हरा सकती है, उन्होंने संकेत दिया कि वह राज्य में सीटें साझा करने के खिलाफ हैं. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बाद में दावा किया कि उनकी पार्टी ने केवल दो सीटों की पेशकश की थी.
पंजाब और दिल्ली में कांग्रेस और आप कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं. मौखिक द्वंद्व के बाद यह संकेत मिला कि दोनों पार्टियां सीटें साझा नहीं करना चाहती हैं, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की शनिवार को मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने कुछ प्रगति की है. नीतीश कुमार द्वारा संयोजक बनने से इनकार करने के बाद शनिवार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का अध्यक्ष चुना गया. First Updated : Sunday, 14 January 2024