Who Will Maharashtra CM: महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर महायुति गठबंधन में अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है. 28 नवंबर को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक बैठक होनी है, जिसमें गठबंधन के सहयोगी नए मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभागों के लिए अपनी कोशिश करेंगे.
23 नवंबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया. बीजेपी ने 132 सीटों के साथ सबसे ज्यादा सीटें जीतीं, जो उसकी अब तक की सबसे बड़ी जीत है. वहीं, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) को 57 और एनसीपी (अजित पवार गुट) को 41 सीटें मिलीं.
हालांकि चुनाव के कई दिन बाद भी यह तय नहीं हो पाया है कि मुख्यमंत्री कौन होगा. इंडिया टुडे टीवी के सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं, जबकि शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के नेता एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं.
एकनाथ शिंदे, जो वर्तमान में कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं, अपने पार्टी के लिए महत्वपूर्ण विभागों पर नजर गड़ाए हुए हैं. सूत्रों के अनुसार, वह शहरी विकास और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) मंत्रालय को अपने पास रखने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा, वह राजस्व, कृषि, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, उद्योग और सामाजिक न्याय जैसे अन्य विभागों के लिए भी प्रयास कर रहे हैं. शिंदे केंद्र में एक कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री पद की भी मांग कर सकते हैं. शिवसेना के नेताओं का मानना है कि शिंदे को मंत्रिमंडल में जगह मिलने से पार्टी के संसाधनों और प्रभाव को सुरक्षित रखा जा सकता है.
एनसीपी के नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ वित्त विभाग की मांग भी कर रहे हैं. हालांकि, बीजेपी वित्त और योजना विभाग पर अपना नियंत्रण बनाए रखना चाहती है. इसके अलावा, अजित पवार कृषि, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, महिला एवं बाल कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, खेल, ग्रामीण विकास और सहकारिता जैसे विभागों की भी मांग कर सकते हैं.
बीजेपी का क्या प्लान है?
बीजेपी महायुति गठबंधन में महत्वपूर्ण मंत्रालयों पर अपना नियंत्रण रखना चाहती है, जैसे गृह, आवास, शहरी विकास, वित्त, सिंचाई, ऊर्जा, लोक निर्माण, पर्यावरण, पर्यटन, कौशल विकास, और सामान्य प्रशासन.
मंत्रियों का बंटवारा कैसे होगा?
सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों का बंटवारा छह विधायकों पर एक विभाग के हिसाब से हो सकता है. इस फार्मूले के तहत, बीजेपी को 21 से 22 मंत्रालय मिल सकते हैं, शिवसेना (शिंदे गुट) को 10 से 12 विभाग मिल सकते हैं, और एनसीपी (अजित पवार गुट) को 8 से 9 मंत्रालय मिलने की संभावना है. महाराष्ट्र में कुल मंत्री पदों की संख्या 43 से अधिक नहीं हो सकती. First Updated : Friday, 29 November 2024