Opposition Meet India Wagner Group: विपक्षी एकता की बैठक के बाद 2024 लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं के हौसले बुलंद है। इस मीटिंग के बाद विपक्षी दलों के तमाम नेताओं की ओर से बयानबाजियों का दौर जारी है। इसी सिलसिले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे की पार्टी के मुखपत्र सामना में पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए विपक्षी दलों को ‘भारत का वागनर ग्रुप’ करार दिया है। सामना में बड़ा दावा करते हुए लिखा गया है कि, पटना मीटिंग में शामिल हुए दल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को गिरा देंगे।
सामना में विपक्ष की मीटिंग को बताया भारत का ‘वागनर ग्रुप’
सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि, ‘वागनर ग्रुप’ पटना में मोदी की ताकत को चैलेंज करने के लिए एक साथ आया। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह ग्रुप किराए के लिए नहीं है। पुतिन की तरह मोदी को भी जाना होगा लेकिन लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए। पटना में ‘वागनर ग्रुप’ ने यह संकेत दे दिए हैं।
सामना में कहा गया, आज पुतिन के देश में क्या हो रहा है? पुतिन की ओर से अपनी सुविधा के लिए तैयार किए गए वैगनर ग्रुप नामक सेना ने ही पुतिन के खिलाफ बगावत का एलान कर दिया। रूस में विगत कई सालों में हुआ चुनाव सिर्फ छलावा था। पुतिन के लोग गड़बड़ी करके चुनाव जीतते रहे और उन्होंने संसद पर कब्जा हासिल किया। हिंदुस्थान में भी यही चल रहा है और लोगों के मन में क्रांति की भावना निर्माण हो रही है।
जीत का ढोल बजाने के लिए तैयार किए ‘भाड़े के सैनिक’
संपादकीय में कहा गया कि मोदी-शाह ने जीत का ढोल पीटने, मतदाताओं पर दबाव बनाने के लिए बड़ी संख्या में भाड़े के सैनिक तैयार किए हैं। ये भाड़े के सैनिक ही उन पर सबसे पहले हमला करेंगे। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण फिलहाल रूस में देखने को मिला। पुतिन की तरह मोदी-शाह भी तानाशाही की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अपने चारों ओर भाड़े के आदमी खड़े किए हैं, उन भाड़े के लोगों ने देश की संपत्ति बेच दी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों की बैठक पर कटाक्ष करते हुए इसे विपक्ष का फोटो सेशन कहा था। जिसके बाद सामना में कहा गया है कि, "अमित शाह ने अपेक्षा के अनुरूप ही प्रतिक्रिया दी। देश में 'फोटोप्रेमी' कौन है? यह 140 करोड़ जनता प्रतिदिन देखती है। फोटो या लोकप्रियता के आड़े आनेवाले अपने ही नेताओं, मंत्रियों को वैसे ढकेल कर दूर किया जाता है, यह मोदी ने कई बार दिखा दिया है."
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लेख में यह भी कहा गया है कि भाजपा के तमाम कार्यक्रम जनता अथवा देश के लिए न होकर फोटो के लिए ही होते हैं। रहा सवाल 2024 के परिणाम का तो इस बार का फैसला ‘ईवीएम’ नहीं बल्कि जनता तय करेगी। First Updated : Monday, 26 June 2023