Maharastra: शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने एक वीडियो के जरिए विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की पेशकश की है. गायकवाड़ की यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा आरक्षण व्यवस्था को खत्म करने की मांग के खिलाफ थी.
वीडियो में गायकवाड़ कहते हैं, 'राहुल गांधी ने विदेश यात्रा के दौरान भारत में आरक्षण व्यवस्था को खत्म करने की बात की. इससे कांग्रेस का असली चेहरा उजागर हो गया है. वे आरक्षण के खिलाफ अपनी मानसिकता दिखा रहे हैं. मैं राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये दूंगा.' गायकवाड़ ने गांधी की टिप्पणी को 'लोगों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात' बताते हुए कहा कि मराठा, धनगर और ओबीसी समुदाय आरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि राहुल गांधी इसका लाभ समाप्त करने की बात कर रहे हैं.
गायकवाड़ ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी संविधान की किताब दिखाते थे और झूठ फैलाते थे कि भाजपा इसे बदल देगी, लेकिन कांग्रेस खुद देश को 400 साल पीछे ले जाने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग उठ रही है, वहीं राहुल ने आरक्षण खत्म करने की बात की है.
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
गायकवाड़ की टिप्पणी पर कांग्रेस नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने इसे 'बकवास' बताया और गायकवाड़ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. वडेट्टीवार ने कहा, 'ऐसी टिप्पणी कानून के खिलाफ है. अन्यथा, महाराष्ट्र की जनता आपको आपकी जगह दिखा देगी.'
कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने भी गायकवाड़ की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि, 'संजय गायकवाड़ समाज और राजनीति में रहने के लायक नहीं हैं. हम देखना चाहते हैं कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करते हैं या नहीं.'
कांग्रेस एमएलसी भाई जगताप ने भी गायकवाड़ की बयानों की निंदा करते हुए इसे राज्य की राजनीति को खराब करने का जिम्मेदार बताया है.
भाजपा का गायकवाड़ से अलगाव
भाजपा ने गायकवाड़ की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है. भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि वे शिवसेना विधायक के बयान का समर्थन नहीं करते हैं. बावनकुले ने कहा, 'हालांकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी ने भी आरक्षण का विरोध किया था.
अब राहुल गांधी भी आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं. हम एससी, एसटी और ओबीसी को जागरूक करेंगे और उन्हें नेहरू, राजीव गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणियों के बारे में बताएंगे. मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे को भी इस पर सोचना चाहिए.' गायकवाड़ का विवाद से भड़ा हुआ ये बयान राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस का कारण बन गया है और कांग्रेस तथा भाजपा के बीच तकरार को बढ़ा दिया है. First Updated : Monday, 16 September 2024