शिवसेना यूबीटी ने बीजेपी पर लगया ईवीएम हैक कर चुनाव जीतने का आरोप, चुनाव आयोग को बताया कठपुतली

Shiv Sena UBT: भारतीय चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए मुखपत्र में लिखा गया है कि चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा. यह भी अब भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के लिए काम करने वाला बन गया है.

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Shiv Sena UBT: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर एक बार फिर सियासी हमला बोला है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है कि बीजेपी ईवीएम हैक करके चुनाव जीतती है. इसके साथ ही पार्टी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनाव आयोग से अब कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है, क्योंकि बीजेपी ने ईवीएम के साथ ही चुनाव आयोग को भी हैक कर लिया है. 

शिवसेना ने अपने मुखपत्र के संपादकीय में लिखा है कि सत्य को कितना भी दबाने की कोशिश करें, वो लावे की तरह बाहर आ ही जाता है. इस कड़ी में उदहारण के तौर पर यह कहा गया है कि, बीजेपी सांसद डी अरविंद ने कहा है कि मतदाताओं तुम कोई भी बटन दबाओ, वोट बीजेपी को ही जाएगा. इसका सीधा अर्थ यह है कि बीजेपी ईवीएम हैक करके चुनाव जीतती है.

'बीजेपी के लिए काम करती है चुनाव आयोग'

भारतीय चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए मुखपत्र में लिखा गया है कि 'चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा. यह भी अब भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के लिए काम करने वाला बन गया है. चुनाव आयोग में ‘गुजरात मॉडल’ के अधिकारियों को शामिल कर उनसे मनचाहे अच्छे-बुरे काम करवाए जा रहे हैं. महाराष्ट्र में जिस तरह से शिवसेना व धनुष-बाण चिह्न शिंदे गुट के हाथ में दिए गए, इस मनमानी पर मुहर लग चुकी है.'

सामना में आगे लिखा गया है कि आज बीजेपी ईवीएम प्रेम दिखा रही है लेकिन ईवीएम में गोलमाल किया जा सकता है कि नहीं इसका सबूत बीजेपी ने दिया था. बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी तो 'ईवीएम घोटाले' पर ग्रंथ लिखकर इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक गए थे.

'लोकसभा में ईवीएम का इस्तेमाल करती है बीजेपी'

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि अमेरिका, यूरोप, जापान, जर्मनी, बांग्लादेश, फ्रांस जैसे देशों ने ईवीएम को हटा दिया, लेकिन जनता का विश्वास खो चुकी मोदी सरकार ने 'अविश्वसनीय' ईवीएम का इस्तेमाल जारी रखा. दावा किया कि बीजेपी ईवीएम का इस्तेमाल केवल लोकसभा चुनाव में करती है. अखबार लिखता है कि मोदी-शाह को राज्यों की सत्ता में इंटरेस्ट नहीं है. ईवीएम घोटाला सिर्फ लोकसभा चुनाव जीतने के लिए ही एकमात्र सूत्र बनाया गया है.

'चुनाव आयोग को बीजेपी कार्यालय बना दिया जाए'

इसमें कहा गया है कि ईवीएम में दिए गए वोट पर मतदाताओं का संदेह लोकतंत्र की हार है. हमने जिसे वोट दिया और वह प्रत्याशी को मिला या नहीं, इस संदेह का निराकरण चुनाव आयोग नहीं कर सकता है, तो इन भाजपाई बड़बोली कठपुतलियों का कोई उपयोग नहीं. चुनाव आयोग को बीजेपी कार्यालय में रूपांतरित करना ही सही होगा.

First Updated : Saturday, 26 August 2023