Sikkim Floods: सिक्किम में बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक से आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. बीते तीन दिनों से तीस्ता नदी का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बाढ़ की वजह से कई पुल टूट गए है. इस वजह से कई जिलों से संपर्क कट चुका है. सड़कें पानी में डूबी हुई है. रेस्क्यू टीम को मुश्किल हालात में राहत एवं बचाव अभियान चला रही है. अब तक 51 शव मिल चुके हैं. मृतकों में सेना के सात जवान भी शामिल है. जबकि बड़ी तादात में लोग अभी भी लापता हैं.
शनिवार को राज्य आपदा प्रबंधन ने बताया कि सिक्किम में अचानक से आई बाढ़ में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 142 से ज्यादा लोग अभी भी लापता है. इसके अलावा 2,413 लोगों को बचाकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य में आई बाढ़ से जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. साथ ही राहत शिविरों में शरण लिए प्रत्येक व्यक्ति को तत्काल दो हजार रुपये की राहत देने की घोषणा भी की है.
सीएम तमांग ने कहा, '"बाढ़ की वजह से हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. फिलहाल हम नुकसान के बारे में कोई सटीक विवरण नहीं दे सकते, इसका पता तब चलेगा, जब एक समिति का गठन किया जाएगा और वह अपना विश्लेषण पूरा करेगी." उन्होंने कहा, "हमारी पहली प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना और उन्हें तत्काल राहत प्रदान करना है. जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया है और कई पुल बह गए है. उत्तरी सिक्किम में संचार सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई है."
सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि बरदांग इलाके से लापता हुए भारतीय सेना के 23 जवानों में से सात सैनिकों के शव बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों से बरामद किए गए और एक जवान को बचा लिया गया था. वहीं बाकी के जवानों की तलाश सिक्किम और बंगाल के उत्तरी क्षेत्रों में जारी है. वहीं, बाढ़ के मद्देनजर रिजर्व बटालियन के सैनिक बचाव अभियान के लिए चुंगथांग की ओर रवाना हुए है. First Updated : Saturday, 07 October 2023