दिमाग की सूजन वाले वायरस से 6 बच्चों की मौत, इस तरह पहचानें लक्षण

चांदीपुरा वायरस धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. गुजरात में इससे अब तक 6 बच्चों की मौत हो चुकी है. जिसके बाद कुछ लोग काफी डरे हुए हैं. हालांकि इससे बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है, बस सतर्क रहने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों ने यही अपील की है कि वो डरे नहीं, बस सतर्क रहें और किसी भी तरह बीमारी होने पर डॉक्टर्स से जरूर संपर्क करें.

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चांदीपुरा वायरस अब देश में दस्तक दे चुका है. खबर है कि इस वायरस से एक ही अस्पताल में 6 बच्चों की मौत हो गई है. ये मामला गुजरात के हिम्मतनगर अस्पताल का है. इस अस्पताल में एक ही दिन में छह बच्चों की मौत हो गई है. एक तरफ जहां लोग कोरोना से किसी तरह निपटे ही थे, कि फिर से किसी नए वायरस ने दस्तक दे दी. जिसको लेकर लोगों में दहशत फैल गई. हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं, बस थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है.

सोमवार को गुजरात के हिम्मतनगर अस्पताल में चांदीपुरा वायरस से छह बच्चों की मौत हो गई. इस खबर को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है. इस वायरस से मौत की खबर से आस-पास के राज्यों में भी दहशत फैल गई. चांदीपुरा वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इससे घबराना नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है. कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह पहला मामला नही है. बल्कि इससे पहले महाराष्ट्र में भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है. फिलहाल इस वायरस के मामले सबसे ज्यादा गुजरात में दर्ज किए गए हैं. गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि पिछले पाँच दिनों में संदिग्ध चांदीपुरा से छह बच्चों की मौत हो गई है. चांदीपुरा संक्रामण से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 12 हो गई.

चांदीपुरा वायरस के बारे में कैसे पता चला?
गुजरात में मामले सामने आने के बाद इस वायरस का नाम चांदीपुरा रखा गया है. हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल में 10 जुलाई को बाल रोग विशेषज्ञों ने बच्चों की मौत का कारण चांदीपुरा वायरस होने का संदेह जताया था. इसके बाद डॉक्‍टर्स ने पुष्टि के लिए उनके नमूने NIV भेजे थे. बाद में अस्पताल में चार और बच्चों में इसी तरह के लक्षण दिखे. संक्रामक का बढ़ता देख, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग हरकत में आया और जांच का दायरा बढ़ाया गया. गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री पटेल का कहना है कि "चांदीपुरा वायरस संक्रामण नहीं है. लेकिन फिर भी इससे हम सबको चोकन्ना रहने की जरुरत है. मंत्री पटेल ने कहा स्वास्थ्य विभाग बीमारी को फैलने से रोकने के लिए चौबीस घंटे काम कर रहा है."

चांदीपुरा वायरस का लक्षण क्या-क्या है?
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदीपुरा वायरस से बुखार आता है, जिसके साथ दिमाग में सूजन जैसे लक्षण होते हैं. चांदीपुरा वायरस से तेज बुखार आना, साथ ही दौरे पड़ना, उल्टी का होना शामिल है. अगर इस तरह के मामले बच्चों में दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर को जरूर दिखाएं. 

चांदीपुरा वायरस से कैसे बचा जाए.
चांदीपुरा वायरस से बचने के लिए अपने आस-पास को साफ सफाई रखें. अगर बच्चे को बुखार आए तो तुरंत इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर की बिना सलह के कोई दवा न खिलाएं, इससे और ज्यादा तबियत बिगड़ सकती है. ऐसे में बिल्कुल भी देरी न करें और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें. ऐसा करने से संक्रामण होने का खतरा कम हो जाता है. 


First Updated : Tuesday, 16 July 2024