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जादवपुर यूनिवर्सिटी में लिखे 'आजाद कश्मीर, फ्री फिलिस्तीन' के नारे, छात्रों ने किया हंगामा, मामला दर्ज

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित जादवपुर यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ दिनों से लगातार हंगामा मचा हुआ है. यूनिवर्सिटी में सोमवार को स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई, जब परिसर की दीवारों पर 'आजाद कश्मीर' और 'फ्री फिलिस्तीन' के नारों की पेटिंग बनाई. पुलिस ने इस घटना के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. बता दें कि हाल में एक मंत्री की गाड़ी से एक छात्र घायल हो गया था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित जादवपुर यूनिवर्सिटी में स्थिति लगातार तनावपूर्ण होती जा रही है. कैंपस में 'आजाद कश्मीर' और 'फ्री फिलिस्तीन' लिखी हुई पेटिंग देखी गईं, जिससे विवाद और बढ़ गया. हंगामे के बावजूद सोमवार को ज्यादातर कक्षाएं और परीक्षाएं तय समय पर आयोजित की गईं. गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

जादवपुर विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के पास एक दीवार पर 'आजाद कश्मीर' और 'फ्री फिलिस्तीन' के नारे लिखे काले रंग के पेटिंग दिखाई दी. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार था? या इस कृत्य के पीछे कौन सा संगठन था. इस बीच, कोलकाता पुलिस ने जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में कथित तौर पर विवादास्पद पेटिंग बनाने के लिए एक एफआईआर दर्ज की है.

यूनिवर्सिटी में हंगामा क्यों मचा हुआ है?

विश्वविद्यालय परिसर में 'सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों' के कथित प्रवेश से छात्रों और संकाय सदस्यों के एक वर्ग में असंतोष फैल गया. जादवपुर विश्वविद्यालय में पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जहां एक मार्च को परिसर में वामपंथी विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु की कार और उनके साथ चल रहे एक अन्य वाहन से कथित तौर पर टक्कर लगने से दो छात्र घायल हो गए थे. हिंसा के सिलसिले में बसु और प्रोफेसर एवं टीएमसी नेता ओम प्रकाश मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

तृणमूल छात्र इकाई ने क्या कहा?

जादवपुर विश्वविद्यालय तृणमूल छात्र परिषद (जेयूटीएमसीपी) इकाई के अध्यक्ष किशलय रॉय ने कहा कि कुछ अति वामपंथी छात्र संगठन इसके पीछे हैं और यदि कोई विशाल परिसर में जाए तो इस तरह की और भी भित्तिचित्रें देखी जा सकती हैं.

स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के जेयू इकाई के नेता अभिनबा बसु ने कहा, "हम अलगाववादी विचारों का समर्थन नहीं करते हैं, हालांकि हम भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों के दमन के खिलाफ हैं." उन्होंने जोर देकर कहा कि सीपीआई (एम) की छात्र शाखा एसएफआई का फिलिस्तीन मुद्दे पर स्पष्ट रुख है.

सादे कपड़ों में घुसी पुलिस

एक अन्य घटनाक्रम में, एसएफआई और एआईडीएसओ के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ प्रमुख प्रोफेसर यूनियनों - जेयूटीए और एबीयूटीए - ने दावा किया कि सोमवार को मिश्रा के पहुंचने के तुरंत बाद करीब 1 बजे सादे कपड़ों में करीब 30 पुलिसकर्मी परिसर में घुस आए और कक्षाएं समाप्त होने तक वहां रहे.

एसएफआई नेता सौर्यदीप्तो रॉय ने कहा कि मिश्रा के प्रवेश के तुरंत बाद परिसर में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को देखकर छात्र भड़क गए और नारे लगाने लगे कि विश्वविद्यालय को सत्तारूढ़ टीएमसी और राज्य प्रशासन के डर से मुक्त किया जाए. उन्होंने कहा, "जब तक पुलिसकर्मी चले नहीं जाते, हम विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ किसी भी चर्चा में भाग लेने से इनकार करते हैं."

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11 March 2025, 08:10 AM IST

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