स्मृति ईरानी को मिली नई जिम्मेदारी, PMML काउंसिल में किया गया शामिल
लोकसभा चुनाव 2024 में हार के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने करीब छह महीने तक सार्वजनिक मंचों से दूरी बनाई रखी. अब वह एक बार फिर सुर्खियों में हैं, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय की काउंसिल का सदस्य नियुक्त किया गया है. उनकी यह नई जिम्मेदारी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
Smriti Irani New Role: प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) की सोसायटी और कार्यकारी परिषद का मंगलवार, 14 जनवरी 2025 को पुनर्गठन किया गया. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को सदस्य बनाया गया है. लोकसभा चुनाव 2024 में हार के बाद स्मृति ईरानी लंबे समय से सुर्खियों से दूर थीं.
स्मृति ईरानी को सौंपी गई अहम भूमिका
आपको बता दें कि पुनर्गठन के तहत स्मृति ईरानी को प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) की कार्यकारी परिषद में सदस्य नियुक्त किया गया है. उनके साथ नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार, सेवानिवृत्त जनरल सैयद अता हसनैन, फिल्म निर्माता शेखर कपूर और संस्कार भारती के वासुदेव कामत को भी शामिल किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी रहेंगे सोसायटी के अध्यक्ष
वहीं आपको बता दें कि पीएमएमएल सोसायटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. पीएमएमएल की नई कार्यकारिणी का कार्यकाल पांच वर्षों का होगा.
17 नए सदस्यों को मिली जगह
इस बार सोसायटी में कुल 34 सदस्य शामिल किए गए हैं, जो पहले 29 थे. इनमें प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल, शिक्षाविद चामू कृष्ण शास्त्री, पुरातत्वविद् के.के. मोहम्मद और राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रमुख बीआर मणि शामिल हैं.
कुछ सदस्यों को हटाया गया
हालांकि, इस पुनर्गठन में कुछ पुराने सदस्यों को बाहर कर दिया गया है. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय और वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा शामिल हैं.
पीएमएमएल का इतिहास
बताते चले कि 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय, भारत के सभी प्रधानमंत्रियों की विरासत और योगदान को दर्शाने के उद्देश्य से बनाया गया था. पूर्व में इसे नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) कहा जाता था. 2016 में मोदी सरकार ने इस संग्रहालय को सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित करने का प्रस्ताव रखा था.
इसके अलावा आपको बता दें कि स्मृति ईरानी को पीएमएमएल काउंसिल में शामिल किया जाना उनकी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है. उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता से पीएमएमएल को नई दिशा मिलने की उम्मीद है.