हिमाचल : 'आस्तीन के सांप होटलों में छिपे बैठे हैं' सीएम सुक्खू ने कांग्रेस बागियों पर बोला हमला
Himachal News: हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आस्तीन के सांप होटलों में बैठकर दिन काट रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार पर चल रहे सियासी संकट के बीच पार्टी के बागी विधायकों पर हमला बोला है. मुख्यमंत्री ने बागी विधायकों की तुलना आस्तीन के सांपों से की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने शुक्रवार को सोलन जिले में आयोजित सभा में बागियों पर हमला बोला.सोलन के धर्मपुर में सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के बागियों को आस्तीन का सांप कहा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से गद्दारी करने आस्तीन के सांप होटलों में कैदियों की तरह बैठे हैं. उन्होंने कहा कि अगर वो लोग बड़े कद्दावर नेता थे, तो पार्टी को छोड़ निर्दलीय चुनाव क्यों नहीं लड़े.उन्होंने कहा कि भाजपा जितने विधायकों को चुराना चाहे चुरा ले, जितनी अड़चनें पैदा करनी हैं, करके देख ले. कांग्रेस सरकार हर बाधा को पूरा करने में सक्षम है, लेकिन जिन विधायकों ने पैसे के लिए अपना जमीर बेच दिया, उन्हें अब नींद आने वाली नहीं है.
जनता देगी मुंहतोड़ जवाब
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहेगी और कुछ वर्षों में हिमाचल एक मजबूत प्रदेश बनकर उभरेगा, लेकिन कांग्रेस के गद्दारों को हिमाचल की जनता कभी माफ नहीं करेगी. जनता लोकसभा चुनावों में इसका मुंहतोड़ जवाब देगी.
बीजेपी लोकतंत्र को बंधक बनाने की कोशिश कर रही
सीएम ने कहा कि हमें कुर्सी से ज्यादा जनता की सेवा से मोह है. वो राज्य में कुर्सी के लिए नहीं आए हैं बल्कि लोगों की सेवा के लिए आए हैं. कांग्रेस पार्टी गरीबों की, आम लोगों की, महिलाओं को सम्मान दिलाने वाली और युवाओं को रोजगार दिलाने वाली पार्टी है.
सीएम ने कहा कि आज भगवान हमारे साथ हैं. धोखा देने वालों के साथ नहीं हैं. इसलिए हमारी सरकार बची हुई है. हरियाणा पुलिस और CRPF का इस्तेमाल कर बीजेपी प्रजातंत्र को बंधक बनाने का काम कर रही है. इस मौके पर विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि जो विधायक उनके साथ जीतकर आए थे. आज वह चोर और डाकू बने नजर आ रहे है. उन्होंने पार्टी और प्रदेश के साथ विश्वासघात किया है. उन्हें किसी भी सूरत में छोड़ना नहीं चाहिए.
राज्यसभा चुनाव में हिमाचल के कांग्रेस के छह विधायकों ने बगावत कर क्रॉस वोटिंग की थी. पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के पक्ष में मतदान नहीं किया था. हिमाचल प्रदेश में 40 सदस्यों वाली कांग्रेस के कुल 34 विधायकों ने ही कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था.
बाद में टॉस में कांग्रेस उम्मीदवार की हार हुई थी. हालांकि अब कांग्रेस का दावा है कि संकट खत्म हो गया है, लेकिन बीजेपी का दावा है कि सरकार अभी भी संकट में है और हिमाचल में सियासी संकट को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं.