Soldier Murder In Manipur: मणिपुर में सैनिक को अगवा कर हत्या, छुट्टी पर घर आया हुआ था जवान
Soldier Murder In Manipur: मणिपुर में इन दिनों मैतेई और कुकी समुदाय के बीच झगड़ा चल रहा है. लेकिन जिस सैनिक की हत्या हुई है वो इसमें से किसी भी समुदाय से नहीं है.
हाइलाइट
- शनिवार को घर से किया गया था अगवा
- सैनिक का बेटा है अपहरण का चश्मदीद
Soldier Murder In Manipur: छुट्टी के दौरान इंफाल में अपने घर से अपहरण किए जाने के एक दिन बाद, भारतीय सेना के एक जवान सर्टो थांगथांग की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. 41 वर्षीय कॉम, जो रक्षा सेवा कोर (डीएससी) के साथ थे, मणिपुर के लीमाखोंग में 302 कंपनी, सेना सेवा कोर (एएससी) से जुड़े थे. कथित तौर पर उनका शनिवार सुबह लगभग 10 बजे इम्फाल पश्चिम की हैप्पी वैली में तरुंग स्थित घर से अपहरण किया गया था.
सैनिक मणिपुर की कोम जनजाति से था, जो मैतेई और कुकी-ज़ोमी दोनों समुदायों से अलग है. इस समय पिछले कई महीनों से इन दोनों समुदायों में हिंसा चल रही है.
घर से किया था अगवा
सर्टो थांगथांग का 10 वर्षीय बेटा अपहरण का एकमात्र चश्मदीद गवाह था, और उसने पुलिस को बताया कि जब वे बरामदे पर काम कर रहे थे तो तीन बदमाश उनके घर में घुस आए थे. लड़के के बयान के मुताबिक, उसके पिता को बंदूक की नोक पर एक सफेद रंग की गाड़ी में जबरदस्ती बिठाया गया और वहां से ले गए. कोम का शव रविवार सुबह करीब 9:30 बजे इंफाल पूर्व के सगोलमांग पुलिस स्टेशन के अधिकार वाले इलाके के गांव खुनिंगथेक में मिला.
हत्या पर उनके चचेरे भाई पाचुंग कोम ने कहा कि अपराधी मेरे भाई के परिचित लोग हो सकते हैं, क्योंकि उन्होंने उसे उसके घर से अगवा किया था. वह कुछ दिन पहले ही लीमाखोंग से लौटा था.'
सिर में मारी गोली
कॉम की हत्या गोली मारकर की गई है. सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि 'शव की पहचान कॉम के भाई और बहनोई ने की. उन्होंने बताया कि कॉम के सिर में गोली मारकर मारा गया था. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
कोम यूनियन मणिपुर (केयूएम) के अध्यक्ष का कहना है कि 'कोम आदिवासी समुदाय मणिपुर में अल्पसंख्यक है. यह एक शांतिप्रिय समाज है और यह किसी समुदाय के साथ शामिल या पक्षपात नहीं करता है.'