Akhilesh Yadav: कांग्रेस पर लगातार हमलावर हो रहे हैं अखिलेश, 'INDIA' गठंबंधन को छोड़ PDA को दे रहे हैं प्राथमिकता
Akhilesh Yadav: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस- सपा का सीट शेयरिंग फॉर्मूला असफल होने के बाद से ही अखिलेश यादव कांग्रेस से दूरी बनाने लगे हैं. गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस एक महत्वपूर्ण भूमिक में है.
Akhilesh Yadav vs Congress: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन फिलहाल एकदम शांत दिख रहा है. इस गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दलों के नेता भी इंडिया गठबंधन के आगे की रणनीति को लेकर बिलकुल ही शांत है. वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन को भुलाकर लगातार पीडीए की चर्चा करते हुए नहीं थक रहे हैं. बता दें कि हर एक बैठक और जनसभा में अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन नहीं पीडीए पर जोर दे रहे हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस- सपा का सीट शेयरिंग फॉर्मूला असफल होने के बाद से ही अखिलेश यादव कांग्रेस से दूरी बनाने लगे हैं. गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस एक महत्वपूर्ण भूमिक में है जबकि अखिलेश यादव की पार्टी सपा भी एक घटक दल के रूप में गठबंधन का हिस्सा है.
'NDA को कोई हराएगा तो वह है PDA'
मध्य प्रदेश में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने एक बार फिर पीडीए को लेकर एक बयान दिया है. प्रदेश के छतरपुर जिले की चंदला विधानसभा में एक जनसभा के दौरान सपा प्रमुख ने कहा कि एनडीए को कोई हराएगा तो वह पीडीए ही है. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि जबी कभी भी हम सरकार में आएंगे या हमारे सहयोग से सरकार बनेगी तो सबसे पहले जातियों की गिनती कराएंगे.
#WATCH छतरपुर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "... मध्य प्रदेश के लोगों ने बड़े करीब से देखा है कि गठबंधन को धोखा देने का काम किसी ने किया है तो वो कांग्रेस ने किया है... लोकसभा का चुनाव जब आएगा तो गठबंधन की बात होगी... NDA को हराने का… pic.twitter.com/6PbnUwDZ3V
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2023
'सबसे पहले सपा ने दिया समर्थन'
कांग्रेस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे याद है उस समय मुख्यमंत्री जो बने थे कांग्रेस के उन्होंने कहा समजावादी पार्टी अगर समर्थन तर दे तो दूसरे दलों से भी समर्थन मिल जाएगा. सबसे पहले हमारी पार्टी ने अपने इकलौते विधायक का समर्थन दिया और फिर दूसरे दल का समर्थन मिला और उसके बाद गवर्नर ने बुलाकर कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया.
'बीजेपी और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं'
कांग्रेस पर हमलावर होते हुए अखिलेश यादव ने कहा "बदलाव के लिए और एक नए रास्ते के लिए मैं आपसे अपील करने आया हूं. अगर गहराई से देखोगे आप तो कांग्रेस और बीजेपी में कोई फर्क नहीं है, उनके सिद्धांतों में कोई फर्क नहीं. बड़े संघर्ष और समाजवादियों की लड़ाई के बाद जाकर मंडल कमीशन लागू हुआ था.