Akhilesh Yadav: सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रोकने की कोशिश, गेट फांदकर JPNIC में हुए दाखिल
Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जेपी नारायण इंटरनेशनल सेंटर के गेट के सामने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे.
Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जेपी नारायण इंटरनेशनल सेंटर के गेट के सामने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे. बता दें कि आज लोकनायक प्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश यादव को उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जाना था. लेकिन अनुमति का हवाला देते हुए सपा प्रमुख को अंदर नहीं जाने दिया गया. ऐसे में जेपीएनआइसी का गेट बंद होने पर अखिलेश गेट फांदकर अंदर दाखिल हुए और जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
इस घटना का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि, महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर JPNIC का रास्ता रोका जा रहा है.
महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर JPNIC का रास्ता रोका जा रहा है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 11, 2023
सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के… pic.twitter.com/wg8N4NdyLO
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है. अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा. अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही.
सपा और भाजपा के बीच विवाद
आपको बता दें कि जेपीएनआइसी को लेकर सपा और भाजपा सरकार में साल 2017 से विवाद चलता आ रहा है. सपा इस जेपीएनआसी को अखिलेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट बताती है, लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आई इस प्रोजेक्ट को रोक दिया गया. वहीं इस प्रोजेक्ट को लेकर मौजूदा सरकार ने कई आरोप भी लगाए हैं.