प्रयागराज में दो दिन बाद महाकुंभ का शुभारंभ होने वाला है. इससे पहले शनिवार को एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स वाराणसी पहुंचीं. उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने के बाद वह प्रयागराज रवाना होंगी, जहां महाकुंभ में वह 10 दिनों तक कल्पवास करेंगी.
महाकुंभ के दौरान लॉरेन पॉवेल जॉब्स निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में रहेंगी. स्वामी कैलाशानंद ने बताया कि महाकुंभ के आयोजन की ज़िम्मेदारी निरंजनी अखाड़े पर है.
स्वामी कैलाशानंद ने बताया, "सुश्री लॉरेन ने मंदिर की परंपराओं का पालन करते हुए शिवलिंग को बाहर से नमन किया. उन्होंने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की." लॉरेन का नाम अब 'कमला' रखा गया है. वह प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में भाग लेंगी और गंगा में डुबकी भी लगाने की योजना बना रही हैं.
महाकुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर
13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ मेले को भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं. सुरक्षा को लेकर हजारों AI-संचालित CCTV और अंडरवाटर ड्रोन लगाए गए हैं. लखनऊ से 30 अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें भेजी जा रही हैं. 20 करोड़ रुपये की लागत से वाटर लेजर शो का उद्घाटन किया गया.
महाकुंभ मेले के दौरान लाखों भक्तों के आने की संभावना है. सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि यह आयोजन बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न हो. First Updated : Sunday, 12 January 2025