संदेशखाली मामले पर 'स्टिंग वीडियो', TMC ने कहा 'नहीं हुआ कोई रेप'
Sandeshkhali Sting Video: पश्चिम बंगाल में संदेशखाली घटना से संबंधित एक स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए दिखाया गया है कि विपक्ष के कहने पर महिलाओं को 'बलात्कार' पीड़िता के रूप में पेश किया गया था.
Sandeshkhali Sting Video: पश्चिम बंगाल में संदेशखाली घटना पर एक स्थानीय समाचार चैनल ने एक "स्टिंग ऑपरेशन" चलाया. जिसलके बाद की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि "चौंकाने वाला ये संदेशखाली स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के अंदर कितनी गहरी साजिश की है.''
संदेशखाली का क्या था मामला?
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली की महिलाएं TMC और उसके नेता शाहजहां के खिलाफ प्रदर्शन किए. उन्होंने इल्जाम लगाया कि पॉवर के नशे में चूर व्यक्ति ने दबाव डालकर "जमीन हड़पने और महिलाओं के साथ गलत किया. संदेशखाली का मुख्य आरोपी शाहजहां फिलहाल ईडी की एक टीम पर हमले के सिलसिले में सलाखों के पीछे है.
क्या था वो स्टिंग वीडियो?
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली घटना से जुड़े एक स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो ने शनिवार को एक नया विवाद पैादा हो गया है. वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि ''विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के निर्देश पर संदेशखाली की महिलाएं, जिनका यौन उत्पीड़न नहीं हुआ था, उन्हें सिर्फ 'बलात्कार' पीड़िता के रूप में पेश किया गया था. कथित वीडियो एक स्थानीय चैनल ने इसे चलाया था. समाचार एजेंसी ने बताया कि इसके अलावा, कथित स्टिंग ऑपरेशन को चलाने वाले समाचार चैनल ने क्लिप की सत्यता की जांच नहीं की.
सुवेंदु अधिकारी पर TMC ने लगाए इल्जाम
TMC ने संदेशखाली से जुड़ा जो "स्टिंग ऑपरेशन" वीडियो शेयर किया है, उसमें कहा गया कि "आज एक वायरल वीडियो ने खुलासा किया कि कैसे भाजपा ने बंगाल को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, इसमें आगे कहा गया है, "सामूहिक बलात्कार" से लेकर "हथियार जब्ती" तक, हर दावा किसी और ने नहीं बल्कि सुवेंदु अधिकारी ने किया गया था. लोग इन बांग्ला-बिरोधियों को माफ नहीं करेंगे. बंगाल की माताएं और बहनें इसका बदला लेंगी."
ममता ने इसको बताया बदनाम करने की साजिश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "चौंकाने वाला संदेशखाली स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी गंध है." उन्होंने कहा, "बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति अपनी नफरत में, बांग्ला-विरोधियों ने हमारे राज्य को हर संभव स्तर पर बदनाम करने की साजिश की है."