पहले रतलाम अब सूरत: गणेश उत्सव में पत्थरबाजी, घेर लिया थाना; जानें हिंसा की कहानी
Stone pelting At Ganesh Pandal In Surat: मध्य प्रदेश के रतलाम में गणेश प्रतिमा पर पत्थर फेंकने के मामले के बाद माहौल गरम है. इस बीच ऐसा ही एक मामला गुजरात के सूरत से सामने आया है. शहर के सैयदपुरा क्षेत्र में एक गणेश पंडाल पर पथराव हो गया. इसके बाद से माहौल खराब है. पुलिस और प्रशासन शांति कायम करने की कोशिश कर रही है. वहीं स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव किया है.
Stone pelting At Ganesh Pandal In Surat: रविवार शाम को सूरत के सैयदपुरा क्षेत्र में एक गणेश पंडाल पर हुए पथराव से शहर में तनाव फैल गया. ये अभी तक पूरी तरह शांत नहीं हो पाया है. इस घटना के बाद इलाके में बवाल मच गया, जिसे नियंत्रित करने के लिए सूरत पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. स्थिति को संभालने के लिए 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस ने अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया है. कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
CCTV और ड्रोन से निगरानी
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि सैयदपुरा में गणेश पंडाल के भीतर छह लोगों ने पथराव किया, जिससे हंगामा शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि शांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. संघवी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनका वादा था कि सूर्योदय से पहले दंगाइयों को गिरफ्तार किया जाएगा, और उन्होंने इसे पूरा किया. सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जा रही है.
पुलिसकर्मी भी हुए घायल
घटना के बाद पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि इस पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है. पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ, लगातार गश्त जारी है ताकि शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे. प्रशासन ने भी साफ कर दिया है कि किसी भी अराजक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी.
स्थानीय लोगों में गुस्सा
स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद काफी गुस्सा देखा गया. कई लोगों ने सैयदपुरा पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया. प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय विधायकों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. फिलहाल, इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और पुलिस हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए है. प्रशासन ने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है और हिंसा या अशांति को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.