Lal Krishna Advani: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान देने का ऐलान किया गया है. इस बात की जानकारी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी है. उन्होंने इस सम्मान के लिए लालकृष्ण अडवाणी को बधाई भी दी है. इस बीच आज इस खास मौके पर हम आपको आडवाणी जी से जुड़ा एक मजेदार किस्सा बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं.
ये किस्सा उन दिनों का है जब भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनसंघ पार्टी हुआ करती थी. उस जमाने में लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी जी पार्टी की ताकत थे. एक इंटरव्यू के दौरान लालकृष्ण आडवाणी ने अपने जनसंघ के दिनों का एक दिलचस्प किस्से का जिक्र किया था जब वो एक चुनाव हार गए थे. उन्होंने कहा कि, वो चुनाव हारने से बेहद दुखी और निराश हो गए थे तभी अटल जी ने उन्हें फिल्म देखने जाने के लिए कहा.
लालकृष्ण आडवाणी ने इंटरव्यू में आगे बताया कि, जब अटल जी ने उन्हें कहा कि, चलो फिल्म देखकर आते हैं तब वो चौंक गए लेकिन फिर बाद में मैं जाने के लिए तैयार हो गए. दोनों दिल्ली के इम्पीरिल सिनेमाहॉल में गए जहां फिर सुबह होगी फिल्म लगी हुई थी. उन्होंने टिकट खरीदी और फिल्म देखी. बता दें कि, इस फिल्म में राज कपूर और माला सिन्हा लीड रोल में थे.यह फिल्म साल 1958 में रिलीज हुई थी लेकिन सालों बाद भी सिनेमाघरों में लगी हुई थी.
लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी की पहली मुलाकात का किस्सा बेहद रोचक है. दरअसल, जब अटल जी एक बार सहयोगी के तौर पर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ ट्रेन से मुंबई जा रहे थे. उस दौरान मुखर्जी कश्मीर के मुद्दे पर पूरे देश का दौरा कर रहे थे. उस समय लालकृष्ण आडवाणी कोटा में प्रचारक थे. उन्हें जब पता लगा कि वो इस स्टेशन से गुजरने वाले हैं तब वह उनसे मिलने आ गए. वहीं पर दोनों की पहली मुलाकात हुई थी. First Updated : Sunday, 04 February 2024