प्रयागराज में कंपटीशन की तैयारी में जुटे छात्रों ने महाकुंभ में निकाल लिया BIKE का खर्चा- CM YOGI

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद भारत की धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की शक्ति को समझा. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं जिन्होंने यह समझा कि विरासत को विकास के साथ जोड़ने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं."

CM Yogi on Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों ने अपने बाइक का खर्चा निकाल लिया. वे कार्यक्रम में महाकुंभ की तैयारी, यूपी की कानून-व्यवस्था, अर्थव्यवस्था और राजनीति पर अपने विचार रखे. उन्होंने विशेष रूप से महाकुंभ के आर्थिक पहलू पर बात की और यह बताया कि इस आयोजन ने राज्य को किस प्रकार आर्थिक रूप से लाभ पहुंचाया.

महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में 8 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे. सीएम योगी ने कहा, "इन दो महीनों में शहर के होटलों और धर्मशालाओं में कोई भी रूम खाली नहीं था. लोग होम स्टे बना रहे थे." उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 4 लाख छात्रों ने अपनी नई बाइक की खरीदारी के खर्च को महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को सेवा देने से पूरा कर लिया. "जितने में उन्होंने बाइक खरीदी, उससे ज्यादा उन्होंने सवारी ढोकर कमा लिया," सीएम ने कहा. इसके अलावा, उन्होंने एक नाविक परिवार का उदाहरण भी दिया, जिसने 130 नावों के जरिए महाकुंभ के 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये कमाए.

महाकुंभ भगदड़ पर क्या बोले सीएम योगी

महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी, और इसके बाद सरकार का ध्यान 8 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर था. उन्होंने बताया कि भगदड़ 28-29 जनवरी की मध्य रात्रि को हुई, जब कुंभ क्षेत्र में पहले से 4 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे. उन्होंने यह भी बताया कि स्नान के लिए अनुमानित 8 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे, और स्थिति को संभालने के लिए अधिकारियों ने 2 करोड़ श्रद्धालुओं को विभिन्न स्थानों पर रोका. 

महाकुंभ हादसे के दौरान 65 लोगों को भेजा गया अस्पताल

योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया गया और गंभीर रूप से घायल 65 लोगों को इलाज के लिए भेजा गया. इस घटना में 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई. उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे अखाड़ों को बाद में स्नान करने की सलाह दें ताकि श्रद्धालु पहले स्नान कर सकें. अंत में, उन्होंने अखाड़ों और साधु-संतों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस अनुरोध को स्वीकार कर परंपरा के विपरीत स्नान को विलंबित किया.

calender
08 March 2025, 11:17 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag