India China: चीन के नक्शे पर भड़के सुब्रमण्यम स्वामी, कहा-'भारत एक और नेहरू नहीं झेल सकता'
Subramanian Swamy: चीन ने सोमवार को नया नक्शा जारी किया है, जिसमें भारत के अरूणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीन का हिस्सा दिखाया गया. इस पर बीजेपी नेता ने मोदी सरकार पर तीखा तंज कसा है.
China Releases New Map: चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को एक नया नक्शा जारी किया है. मानचित्र में भारत के अरूणाचल प्रदेश, अक्साई चिन से लेकर ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को कम्युनिस्ट देश के हिस्से के रूप में दर्शाया गया है. चीन के इस नक्शें पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि झूठ से भारत की रक्षा नहीं की जा सकती है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा, ''मोदी से कहिए कि अगर वो भारत माता की किसी मजबूरी की वजह से रक्षा नहीं कर सकते तो कम से कम पद छोड़िए और मार्गदर्शक मंडल में जाइए. झूठ से हिन्दुस्तान की रक्षा नहीं की जा सकती. भारत एक और नेहरू झेल नहीं पाएगा.''
Say to Modi: “If you cannot defend the integrity of Bharat Mata due to “majboori” that you cannot admit, then at least you can step aside and retire to Margdarshan Mandal. Hindustan cannot be protected by lies. India cannot afford another Nehru.”
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 29, 2023
पीएम मोदी और शी की हुई थी मुलाकात
चीन की सरकार के सरकार अखबार ग्लोबल टाइम्स ने नया नक्शा ऐसे समय में जारी किया है, जब हाल ही में ब्रिक्स समिट के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हुई थी. उस बीच दोनों नेताओं ने सीमा विवाद के मुद्दे पर बातचीत की थी. हालांकि इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय अरूणाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों के नाम बदलने की मंजूरी दी थी.
ग्लोबल टाइम्स ने एक्स पर शेयर किया मानचित्र
चीन के सरकार अखबार ग्लोबल टाइम्स ने मानचित्र की फोटो एक्स पर शेयर कर लिखा, "चीन के मानक मानचित्र 2023 का संस्करण आधिकारिक तौर पर सोमवार को जारी किया गया और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय द्वारा होस्ट की गई मानक मानचित्र सेवा की वेबसाइट पर लॉन्च किया गया. यह मानचित्र चीन और विश्व के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की रेखांकन विधि के आधार पर संचालित किया गया है."
चीन दुनिया भर में अपनी विस्तारवादी नीति के लिए जाना जाता है. ये बात किसी से छुपी नहीं है. चीन हमेशा से ही अपने पड़ोसी देशों की जमीनों पर कब्जा करता रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजिंग अरुणाचल प्रदेश की लगभग 90 हजार वर्ग किलोमीटर जमीर पर अपना दावा करता आया है. वहीं भारत का कहना है कि चीन ने पश्चिम अक्साई चिन के 38 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है.
आपको बता दें कि चीन के इन खोकले दावों से भारत के हिस्से चीन के नहीं हो जाते है. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. वैश्विक स्तर पर चीन हमेशा से मुंह की खाता आया है. बावजूद इसके चीन अपनी विस्तारवादी नीति से बाज नहीं आ रहा है.