Solar Mission Aditya L1 Launch: इसरो ने सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए सौर मिशन को लॉन्च कर दिया है. शनिवार दोपहर 11 बजकर 50 मिनट पर भारत का पहला सौर मिशन लॉन्च किया गया. वैज्ञानिकों का कहना है कि आदित्य एल1 मिशन अगले पांच सालों तक सूर्य की हजारों तस्वीरें भेजेगा. इससे सूर्य का अध्ययन करने में आसानी होगी.
भारत का शनिवार को अपना पहला सौर मिशन आदित्य एल1 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. आदित्य एल1 भारत पहला सूर्य मिशन है. जबकि 2023 में इसरो का ये सातवां अंतरिक्ष यान है. आदित्य एल1 मिशन अनंत आसमान की ओर बढ़ता जा रहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में अंतरिक्ष विशेषज्ञ प्रोफेसर आरसी कपूर ने आदित्य एल1 मिशन पर कहा, "पीएसएलवी रॉकेट के जरिए भारत विशेष सेटेलाइट आदित्य को सूर्य और पृथ्वी के बीच में एक ऐसे बिंदु पर स्थापित करेगा जहां दोनों का गुरुत्वाकर्षण बल बराबर हो जाता है. इस बिंदु को ही एल1 यानी लैग्रेंज बिंदु कहते हैं. आदित्य सूर्य की तरफ़ देखता रहेगा और इसका अध्ययन करने के लिए कई परीक्षण करेगा. इनमें सबसे अहम है सूर्य के कोरोना का अध्ययन करना."
मिशन चंद्रयान 3 के चांद पर कदम पड़ने के बाद हमें चांद की कई तस्वीरें देखने को मिल रही है. आदित्य एल1 मिशन के लॉन्च होने के बाद हमें सूर्य सूर्य की तस्वीरों का इंतजार है. आदित्य एल-1 का पहला पेलोड विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ हर मिनट में कई तस्वीरें भेजगा. आदित्य एल1 की परियोजना वैज्ञानिक और वीईएलसी की संचालन प्रबंधक डॉ. मुथु प्रियाल ने बताया, " हर 24 घंटों में लगभग 1,440 तस्वीर सामने आएंगी." कहा जा रहा है कि यान के माध्यम से पहली तस्वीर फरवरी महीने में सामने आएगी. First Updated : Saturday, 02 September 2023