Swami Prasad Maurya: 'जिन्ना नहीं, हिंदू महासभा ने किया भारत-पाकिस्तान बंटवारा', सपा नेता का विवादित बयान
UP News: बांदा में एक कार्यक्रम में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत-पाकिस्तान का बंटवारा जिन्ना ने नहीं बल्कि हिंदू महासभा ने किया था. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले देश के दुश्मन है.
Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं. सपा नेता ने अब देश के बंटवारे को लेकर विवादित बयान दिया है. सपा नेता रविवार को बांदा के जीआईसी मैदान में आयोजित बौद्ध सम्मेलन में शामिल हुए थे. इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने कि भारत-पाकिस्तान का बंटवारा जिन्ना की वजह से नहीं बल्कि हिन्दू महासभा की मांग के कारण हुआ.
बांदा में एक कार्यक्रम में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "भारतीय संविधान कहता है कि धर्म, जाति, लिंग के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है. हम नारा देते हैं कि हिंदू, मुस्लिम, सिख-ईसाई आपस में हैं सब भाई-भाई. अगर हिंदू, हिंदू राष्ट्र की बात करेगा, तो मुस्लिम क्यों नहीं करेगा, सिख क्यों नहीं करेगा, बौद्ध क्यों नहीं करेगा, जैन क्यों नहीं बात करेगा. हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग देश के दुश्मन हैं."
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, "बहुत समय पहले हिंदू राष्ट्र की मांग हिंदू महासभा ने किया था. जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष सावरकर भी रहे हैं. जब भारत और पाकिस्तान बन गया, भारत-पाकिस्तान जिन्ना की वजह से नहीं बंटा. इसकी मांग हिंदू महासभा ने की थी और देश का बंटवारा हुआ." बता दें कि आप नेता अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं. वे कई हिंदू धर्म को लेकर टिप्पणी भी कर चुके हैं.
#WATCH | Banda, UP: Samajwadi Party (SP) leader Swami Prasad Maurya says, "The Indian Constitution says that there cannot be any discrimination on the basis of faith, caste, gender or birthplace... If a Hindu speaks of a Hindu Rashtra, why won't others? People talking of Hindu… pic.twitter.com/tqpuLDc2eq
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 16, 2023
इससे पहले आप नेता मौर्य ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि रामचरित मानस की कुछ चौपाइयां विवादित और जाति सूचक हैं. इन्हें हटा देना चाहिए या फिर इस पर पूरी तरह से बैन लगा देना चाहिए. मौर्य के इस बयान को लेकर लखनऊ में उनके खिलाफ केस भी दर्ज हुआ था.