एनआईए की पूछताछ में राणा का कबूलनामा: पाकिस्तान से लगाव, भारत के खिलाफ साजिश

राणा इस समय एनआईए की 18 दिन की हिरासत में है. राणा से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से उसके संपर्क, 26/11 मुंबई हमलों में शामिल अन्य साजिशकर्ताओं की भूमिका और संभावित आतंकी हमलों की योजनाओं को लेकर पूछताछ की जा रही है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. प्रारंभिक पूछताछ में राणा ने कई चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया है, जिनमें उसका पाकिस्तान से गहरा संबंध उजागर हुआ है.

 भारत विरोधी भावनाओं को बढ़ावा

राणा ने स्वीकार किया कि उसका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चिचबुतनी में हुआ था. उसने बताया कि वह पाकिस्तानी सेना की वर्दी के प्रति आकर्षित था और भारत विरोधी भावनाओं को बढ़ावा देता रहा. वह अक्सर लश्कर-ए-तैयबा और हूजी जैसे आतंकी संगठनों के संपर्क में रहता था और सेना की वर्दी पहनकर साजिद मीर और मेजर इकबाल जैसे आतंकियों से मिला करता था.

राणा का पारिवारिक पृष्ठभूमि भी दिलचस्प है. उसके पिता एक स्कूल के प्रिंसिपल थे, जबकि एक भाई पाकिस्तानी सेना में मनोचिकित्सक और दूसरा पत्रकार है. उसने हसन अब्दल स्थित एक सैन्य स्कूल से पढ़ाई की, जहां उसकी दोस्ती डेविड कोलमैन हेडली से हुई, जो बाद में मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड बना. राणा की पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं और दोनों 1997 में कनाडा चले गए थे, जहां उन्होंने एक इमिग्रेशन सर्विस और हलाल मीट का व्यवसाय शुरू किया.

18 दिन की एनआईए हिरासत 

वर्तमान में राणा 18 दिन की एनआईए हिरासत में है. जांच एजेंसी उसके आईएसआई से संबंध, हमले में शामिल अन्य लोगों और संभावित आतंकी योजनाओं की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. अधिकारियों द्वारा राणा को एक गुप्त गवाह के सामने पेश करने की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे हमलों की गहरी साजिशों का खुलासा हो सकता है.

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12 April 2025, 03:48 PM IST

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