तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव की सरकार की तारीफ आज देश के दूसरे राज्यों में भी हो रही है। बीआरएस पार्टी की सरकार तेलंगाना में कई बड़ी योजनाएं चला रही है। इससे दूसरे राज्य की जनता प्रभावित हो रही है। हर कोई तेलंगाना की योजनाओं को अपने राज्य में लागू करवाना चाहता है। यही वजह है कि महाराष्ट्र में एनसीपी पार्टी के नेता और अन्य दूसरे संगठन सीएम केसीआर के कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में कई नेताओं ने बीआरएस पार्टी का दामन थामा है। दूसरी पार्टी के नेताओं बीआरएस सरकार में शामिल होने के लिए अपनी सरकार छोड़ कर इसकी सदस्यता हासिल कर रहे हैं।
रविवार 2 अप्रैल को महाराष्ट्र के एनसीपी के उपाध्यक्ष सैयद अब्दुल कादिर मौलाना बीआरएस पार्टी में शामिल हो गए है। उन्होंने बीआरएस अध्यक्ष व तेलंगाना के सीएम केसीआर की मौजूदगी में बीआरएस पार्टी की सदस्यता हासिल की।
महाराष्ट्र में बीआरएस की पार्टी अपना लगातार विस्तार कर रही है। महाराष्ट्र के कई नेता सीएम केसीआर की बीआरएस पार्टी में शामिल हो रहे है। राकांपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महाराष्ट्र में प्रमुख अल्पसंख्यक नेता सैयद अब्दुल कदीर बीआरएस में शामिल हुए। सीएम केसीआर ने उन्हें गुलाबी दुपट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया।
आपको बता दें कि इस दौरान कादिर के साथ कई प्रमुख नेता बीआरएस में शामिल हुए। इस अवसर पर अब्दुल कादिर ने कहा कि “उनकी इच्छा है कि तेलंगाना में लागू अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रमों को महाराष्ट्र में भी लागू किया जाए”।
आपको बता दें कि इस दौरान अब्दुल कादिर ने केसीआर सरकार की योजनाओं को लागू करने के लिए सीएम केसीआर की प्रशंसा की। उन्होंने ने कहा कि “तेलंगाना की योजनाओं बहुत ही लाभकारी हैं महाराष्ट्र में भी इसे लागू करने की जरूरत है”। उन्होंने कहा कि “अल्पसंख्यक छात्रों के लिए गुरुकुल, रमजान तोफा और रमजान डिनर से अल्पसंख्यकों में आत्मबल का संचार होगा।
उन्होंने कहा कि इन्हें लागू करने के लिए वहां बीआरएस के सत्ता में आने की बहुत जरूरत है”। आपको बता दें कि कादिर ने कहा कि “महाराष्ट्र में 20 प्रतिशत मुसलमान हैं, लेकिन कोई भी राजनीतिक दल उनके लिए उचित कार्यक्रम लागू नहीं कर रहा है”।
महाराष्ट्र में सैयद अब्दुल कादिर मौलाना एनसीपी में एक प्रमुख नेता हैं साथ ही वो अल्पसंख्यक नेता भी हैं। उन्होंने दो बार विधायक के रूप में चुनाव लड़ा। वह एनसीपी में कई पदों पर रहे। कादिर अल्पसंख्यकों के बीच एक अच्छे नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। 2000-2005 तक औरंगाबाद नगर निगम में पार्षद के रूप में काम किया।
2001-2008 तक, उन्होंने NCP के अल्पसंख्यक विंग के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उन्होंने एनसीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है और वर्तमान में उस पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष हैं।
1 अप्रैल को तेलंगाना भवन में महाराष्ट्र के शेतकारी संगठन के कई नेताओं ने सीएम केसीआर की मौजूदगी में बीआरएस में शामिल हुए। इस अवसर पर तेंलगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि “बीआरएस का उद्देश्य किसानों को राज्य का दर्जा दिलाना है”। वहीं 29 मार्च को एनसीपी पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय कैलासराव पाटिल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में शामिल हुए हैं।
अभय कैलासराव पाटिल उन्होंने कहा कि “महाराष्ट्र में सीएम केसीआर की बैठकों में लोगों की भारी लोग शामिल हुए जो प्रतिक्रिया राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक विश्लेषकों की अपेक्षाओं से परे थी” बता दें कि सीएम सरकार का किसाने के लिए किए गए फैसले से दूसरे राज्य को लोग प्रभावित हो रहे हैँ। First Updated : Monday, 03 April 2023