सीएम केसीआर की बीआरएस पार्टी में शामिल हुए शिवसेना के एक प्रमुख नेता

दिलीप गोरे ने पहले बीड के नगर महापौर के रूप में कार्य किया था। वर्तमान में, वह शिवसेना पार्टी, बीड के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं।

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तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव की तारीख आज देश के दूसरे राज्यों में हो रही है। सीएम केसीआर के द्वारा तेलांना की जनता के लिए उठाए जा रहे अहम कदम की हर कोई सराहना कर रहा है। केसीआर सरकार तेलंगाना की जनता को सुख-सुविधा प्रदान करने के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं चला रही है।

इन योजनाओं से अन्य राज्यों की जनता प्रभावित हो रही है। हर कोई यही चाहता है कि तेलंगाना सरकार जैसी योजनाएं हमारे राज्यों में भी लागू की जाए। आपको बता दें कि पार्टी के कार्यों के जनता ही नहीं बल्की दूसरी पार्टी के नेता भी आकृषित हो रहे हैं।

कई नेता बीआरएस में हुए शामिल

पिछले कुछ महीनों में बीआरएस पार्टी में कई नेता शामिल हुए हैँ। महाराष्ट्र में एनसीपी, किसान संगठन, अन्य संगठन सहित अन्य नेताओं में बीआरएस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। आपको बता दें कि बुधवार 5 अप्रैल को शिवसेना के प्रमुख नेता ने भी बीआरएस का दामन थाम लिया है। दरअसल गया।

महाराष्ट्र के बीड जिले से दिलीप गोरे हैदराबाद में बीआरएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए। गुलाबी रंग का दुपट्टा पहनना प्राथमिकता बन गया।

कौन हैं दिलीप गोरे

दिलीप गोरे ने पहले बीड के नगर महापौर के रूप में कार्य किया था। वर्तमान में, वह शिवसेना पार्टी, बीड के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं। आपको बता दें कि उन्हें राजनीतिक रूप से उस क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है। गोरे के साथ महाराष्ट्र गन्ना किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष, शिक्षाविद शिवराज जनार्दन राव भांगर और महाराष्ट्र के कई नेता बीआरएस में शामिल हो गए हैं।

इससे पहले 2 अप्रैल को राकांपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महाराष्ट्र में प्रमुख अल्पसंख्यक नेता सैयद अब्दुल कदीर बीआरएस में शामिल हुए। इस दौरान कादिर के साथ कई प्रमुख नेता बीआरएस में शामिल हुए।

इस अवसर पर अब्दुल कादिर ने कहा कि “उनकी इच्छा है कि तेलंगाना में लागू अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रमों को महाराष्ट्र में भी लागू किया जाए”। उन्होंने ने कहा कि “तेलंगाना की योजनाओं बहुत ही लाभकारी हैं महाराष्ट्र में भी इसे लागू करने की जरूरत है”। First Updated : Thursday, 06 April 2023