सीएम केसीआर की BRS पार्टी लगातार कर रही विस्तार, एक साथ 100 युवाओं ने थामा पार्टी का दामन

सूर्यापेट नगरपालिका के तहत कुडा और कोमती कुंटा के एक सौ युवाओं ने मंत्री की मौजूदगी में कांग्रेस और बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और बीआरएस में शामिल हो गए।

calender

तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की की पार्टी लगातार दूसरे राज्यों में अपना विस्तार कर रही है। आए दिन दूसरे पार्टी के नेता सीएम केसीआर के कार्य से प्रभावित होकर बीआरएस में शामिल हो रहे हैं। तेलंगाना लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। राज्य के ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी ने कहा कि बीआरएस और मुख्यमंत्री केसीआर से ही विकास संभव है।

सूर्यापेट नगरपालिका के तहत कुडा और कोमती कुंटा के एक सौ युवाओं ने मंत्री की मौजूदगी में कांग्रेस और बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और बीआरएस में शामिल हो गए।

इस मौके पर उन्हें पिंक दुपट्टा देकर पार्टी में स्वागत किया गया। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में बीआरएस नेता गुर्रम सत्यनारायण रेड्डी, पूर्व पार्षद सैदुलु, पूर्व बाजार निदेशक शंकर और अन्य लोगों ने शिरकत की।

मंत्री रेड्डी का बयान

इस मौके पर मंत्री रेड्डी ने कहा कि “राज्य को विकास और कल्याणकारी योजनाओं में आगे ले जाने वाले मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व को और मजबूत करने के लिए युवाओं का स्वेच्छा से आगे आना एक अच्छा विकास है”। “ये पता चला है कि तेलंगाना में बीआरएस सरकार कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर रही है जैसे देश में कहीं और नहीं”।

उन्होंने कहा कि “वे बीआरएस में शामिल हो रहे हैं क्योंकि वे सीएम केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार की विकास और कल्याणकारी योजनाओं से आकर्षित हैं”।

केसीआर की कार्यों से जनता को मिला लाभ

बीआरएस पार्टी की मजबूती के लिए काम करने और गांव-कस्बों में लोगों की समस्याओं को हल करने का सुझाव दिया है। अतीत की तुलना में गांवों और कस्बों का विकास हमारी आंखों के सामने दिखाई दे रहा है। गांवों में हो रहे विकास को देखकर उन्होंने सुझाव दिया कि भाजपा और कांग्रेस नेताओं के झूठे प्रचार का हर कार्यकर्ता मुकाबला करे।

तेलंगाना में सीएम केसीआर के नेतृत्व में प्रदेश की जनता के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं चलाई जा रही हैं। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर कई मुद्दों पर सरकार लोगों की मदद कर रही है।

सीएम केसीआर के किसानों के लिए शुरू की गई योजना की तो दूसरे राज्यों में सराहना की जा रही है और इसका प्रमाण महाराष्ट्र में देखा जा सकता है। First Updated : Thursday, 13 April 2023