आज बाबासाहेब की 132वीं जयंती के अवसर पर सीएम केसीआर 125 फीट ऊंची प्रतिमा का करेंगे अनारवण
सीएम केसीआर ने कहा कि “भारतीय संविधान निर्माता का जीवन इस दर्शन का प्रमाण था कि चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास के साथ करना होता है”।
आज पूरे देश में भारतीय संविधान के रचियता और निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती मनाई जा रही है। पूरा देश इस अवसर पर उनके भारत में दिए अहम योगदान को याद कर रहा है। वहीं शुक्रवार 14 अप्रैल को तेलंगाना के मुख्यमंत्री एक इतिहास रचने वाले हैं। सीएम केसीआर बाबा साहेब की जयंती पर उनकी 125 फीट की ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे।
सीएम केसीआर इस मौके पर सभा को संबोधित भी करेंगे। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में बौद्ध भिक्षु भी शिरकत करेंगे और मुख्य अतिथि बाब साहेब के प्रपौत्र प्रकाश अंबेडकर भी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।
यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है-सीएम केसीआर
गुरुवार 13 अप्रैल को सीएम केसीआर ने कहा कि “यह न केवल तेलंगाना के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है”। देश के पाठ्यक्रम को बदलने में भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार की सेवाओं को याद किया।
आपको बता दें कि आज के इस कार्यक्रम में सीएम केसीआर ने मूर्तिकार पद्म भूषण राम वनजी सुतार कृष्णा आमंत्रित किया है। सीएम केसीआर इस दौरान राम वनजी सुतार कृष्णा को सम्मानित करेंगे।
सीएम केसीआर का बयान
सीएम केसीआर ने कहा कि “भारतीय संविधान निर्माता का जीवन इस दर्शन का प्रमाण था कि चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास के साथ करना होता है”। मुख्यमंत्री ने कहा कि “बचपन से ही जाति और छुआछूत के नाम पर भेदभाव का सामना करने के बावजूद अंबेडकर कभी पीछे नहीं हटे और बड़ी सफलता हासिल करने के लिए आगे बढ़े”।
सीएम ने कहा कि “संविधान में अनुच्छेद 3 को शामिल करना महान नेता का विजन था, जिसने तेलंगाना के गठन का मार्ग प्रशस्त किया”। उन्होंने आगे कहा कि "तेलंगाना का पूरा राज्य बीआर अंबेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।"
तेलंगाना सचिवालय का नाम बाबा साहेब के नाम पर
आपको बता दें कि सीएम केसीआर ने कहा कि “अंबेडकर की आकांक्षाओं को जारी रखने के तहत नए राज्य सचिवालय भवन का नाम डॉ. बीआर अंबेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय रखा गया है”। केसीआर सरकार अंबेडकर के विचारों को ध्यान में रखते हुए तेलंगाना में गुरुकुल स्कूलों के माध्यम से दलितों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए विशेष विकास निधि, अम्बेडकर ओवरसीज स्कॉलरशिप के माध्यम से 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, दलितों को उद्यमी के रूप में बदलने के लिए टीएस प्राइड लागू कर रही है।
दलित बंधु एक क्रांतिकारी योजना है-सीएम केसीआर
सीएम केसीआर ने कहा राज्य में दलितों के लिए दलित बंधु योजना चलाई जा रही है। इस योजना से दलितों का विकास को रहा है और उन्हें कई तरह की सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दलित बंधू एक क्रांतिकारी योजना है। आपको बता दें कि दलित बंधू योजना के तहत लाभार्थियों को उन्हें दी गई 10 लाख रुपये की सहायता का भुगतान नहीं करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार ने किसी भी वित्तीय कठिनाइयों के मामले में उनकी मदद करने के लिए रक्षण निधि की स्थापना की है”।
दलित बंधू योजना से मिला लाभ-सीएम केसीआर
सीएम केसीआर ने कहा कि दलित बंधु के माध्यम से लाभार्थियों बहुत तरह की आर्थिक सुविधाएं केसीआर सरकार द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि “उनकी उपलब्धियां साबित करती हैं कि दलित दूसरों से कम नहीं हैं, यदि आवश्यक समर्थन दिया गया”। सीएम ने कहा, "सफलता की इन कहानियों के माध्यम से, तेलंगाना दलित समुदाय भारत के लिए एक आदर्श बनने जा रहा है,"।
सीएम ने कहा कि “केवल दलित ही नहीं, आदिवासी, बहुजन, भारत के लोग, जहां भी उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा, अंबेडकर की महत्वाकांक्षा साकार हुई”।