तेलंगाना के मेडिकल कॉलेज में नए शैक्षणिक सत्र से पहले बढ़ सकती है एक हजार MBBS सीटें
तेलंगाना के सीएम राज्य में 9 नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवा रहें। 9 में से दो मेडिकल कॉलेज तो नए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से शुरू होने के पहले खुल जाएंगे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव राज्य में स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधों को पहले से बेहतर करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। सीएम केसीआर चिकित्सा शिक्षा पर भी ध्यान दे रहे हैं और नए मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आगामी शैक्षणिक वर्ष 2023-24 केसीआर सरकार बहुत कुछ नए बदलाव करने वाल है।
नए छात्रों को कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। वहीं खबरों की माने तो नए शैक्षणिक सत्र से पहले तेलंगाना में सरकारी मेडिकल कॉलेज में 1000 हजार तक एमबीबीएस सीटें बढ़ सकती हैं।
इसके अलावा मेडिकल स्टूडेंट्स को नए पीजी की सौगात भी दी जा सकती है। मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कम से कम 50 सुपरस्पेशलिटी पीजी मेडिकल सीटें बढ़ने की उम्मीद है।
NMC ने दिया आदेश
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने देश में चिकित्सा शिक्षा के लिए नियामक प्राधिकरण, सैद्धांतिक रूप से सभी राज्य सरकारों को और अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्णय लेते हुए, विकास से जुड़े वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि 2023-24 में, तेलंगाना सरकारी अस्पतालों में कम से कम 1000 अतिरिक्त एमबीबीएस सीटें बढ़ने की उम्मीद है।
NMC 200 सीटों के लिए ने दिखाई हरी झंडी
आपको बता दें कि चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमई) ने 1000 एमबीबीएस सीटों में तेलंगाना को कुमुराम भीम आसिफाबाद और कामारेड्डी जिलों में आगामी मेडिकल कॉलेजों के लिए 200 सीटों के लिए एनएमसी हरी झंडी मिल गई है।
आपको बता दें कि तेलंगनाना में बाकी की 800 मेडिकल सीटें राजन्ना सिरसिला, विकाराबाद, खम्मम, करीमनगर, जयशंकर भूपालपल्ली, जनगांव और निर्मल में सरकारी मेडिकल कॉलेजों बनने के बाद बढ़ाई जाएंगी।
जल्द बनकर तैयार होंगे 9 मेडिकल कॉलेज
तेलंगाना के सीएम राज्य में 9 नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवा रहें। इन मेडिकल कॉलेज खुलने के प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा। आपको बता दें कि 9 में से दो मेडिकल कॉलेज तो नए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से शुरू होने के पहले खुल जाएंगे।
केसीआर सरकार इन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए करीब 4,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है। सरकार हर तरह से राज्य के विकास के लिए कदम उठा रही है।