Telangana Election 2023: क्या है ओवैसी का 9 सीटों का खेल, जानें तेलंगाना में कैसे कर रहा BJP और CONGRESS को परेशान
तेलंगाना में आज (30 नवंबर) विधानसभा का चुनाव हो रहा है. BRS सत्ता में फिर से वापसी के लिए पूरी दमखम के सात लगी हुई है. तो वहीं कांग्रेस और बीजेपी पहली बार सिंहासन पर बैठने के लिए जोर लगा रही है.
हाइलाइट
- 45 सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक
Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार यानी 30 नवंबर को 7 बजे से मतदान हो रहा है. तेलंगाना में एक ही चरण में 117 सीटों पर एक बार में ही वोट डाले जा रहे हैं. आज के चुनाव के साथ ही इस साल के अंत में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पूरे हो जाएंगे, पांच राज्यों में हुए चुनाव को राजनीतिक पंडित अगले साल होने वाले 2024 लोक सभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल भी करार दे रहे हैं.
बता दें कि तेलंगाना से पहले छत्तीसगढ़, मिजोरम, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा के लिए मतदान हो चुका है. पांचों राज्यों के Assmbly Election की मतगणना 3 दिसंबर को होनी है. तेलंगाना में मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है. वहीं, चुनाव से पहले हुए कई सर्वे में बीआरएस और कांग्रेस के बीच टक्कर का अनुमान लगाया गया है. जहां एक ओर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. तो वहीं चुनाव से पहले सभी पार्टियों के दिग्गजों जैसे कि बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, बीआरएस प्रमुख केसीआर और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आदि ने खुब प्रचार किया.
तेलंगाना में कुल 2,290 उम्मीदवार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें सीएम केसीआर, उनके बेटे और मंत्री केटी रामा राव, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बी संजय कुमार और डी अरविंद शामिल हैं।
राज्य भर में 35,655 मतदान केंद्र हैं जहां कुल 3.26 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो बुधवार (29 नवंबर) को बताया कि 106 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक और 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा.
मुख्य निर्वाचन के अधिकारी विकास राज ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए 2.5 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया है. तेलंगाना में पहली बार दिव्यांग मतदाताओं और 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर बैठे मतदान करने की सुविधा प्रदान की जाएगी.
तेलंगाना में सत्ताधारी BRS ने सभी 119 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. जहां बीजेपी की अगर बात करें तो सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार खुद 111 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और शेष आठ सीटें अभिनेता पवन कल्याण की अगुवाई वाली जन सेना लड़ रही है. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को एक सीट दी है और खुद 118 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
बीजेपी हो या फिर कांग्रेस सभी हमेशा ही असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली AIMIM को निशाने में लेती रही है. लेकिन ओवैसी ने हैदराबाद शहर के नौ निर्वाचन क्षेत्रों में हर सिर्फ अपने उम्मीदवार उतारे हैं. आखिर ऐसी क्या वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस को इससे दिक्कत हो रही है.
बता दें कि तेलंगाना में मुस्लिम आबादी लगभग 45 लाख है. जो कि राज्य की आबादी का 13 फीसदी है. तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में 45 सीट ही मुस्लिम वोट में खास भूमिका रखते हैं. तेलंगाना में AIMIM सिर्फ हैदराबाद सिटी के मुस्लिम बहुल इलाकों में ही चुनाव लड़ती है. बाकी के सीटों पर वह BRS का समर्थन करती है. इस बार के लोकसभा में भी यही स्थिति है ऐसे में ज्यादातर मुस्लिम वोट ओवैसी के इशारे पर जा सकते हैं.