कश्मीर में फिर दहशत, पहलगाम हमले के अगले दिन कुलगाम में मुठभेड़, सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई जारी
पहलगाम आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक और मुठभेड़ शुरू हो गई है. यह मुठभेड़ कुलगाम के तंगमर्ग इलाके में हुई, जो अबरबल वॉटरफॉल के पास है यह जगह एक मशहूर टूरिस्ट स्पॉट भी है.

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में बुधवार को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई जब सुरक्षाबल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे. इस दौरान गोलियों की आवाजें सुनाई दीं. यह इलाका पर्यटकों के बीच लोकप्रिय अबरबल झरने के पास है और पुंछ जिले की सीमा से लगा हुआ है. घटना पहलगाम आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद सामने आई है, जिससे घाटी में एक बार फिर तनाव का माहौल बन गया है.
तलाशी के दौरान चलीं गोलियां
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में आतंकियों के छिपे होने की खबर है और ऑपरेशन अभी भी जारी है. सुरक्षा बल पूरे इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं.
रक्षा मंत्री ने दिया सख्त संदेश
इससे पहले बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो नापाक हमला हुआ, उसका जवाब बहुत जल्द और बहुत सख्ती से दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत को ऐसे आतंकी हमलों से डराया नहीं जा सकता. हम हमले की साजिश रचने वालों तक भी पहुंचेंगे, जो पर्दे के पीछे बैठे हैं.
सैन्य तैयारियों का लिया जायजा
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन से कुछ घंटे पहले जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर एक हाई-लेवल मीटिंग की. यह बैठक करीब ढाई घंटे चली, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख समेत रक्षा सचिव भी शामिल हुए.
कड़े एक्शन के संकेत
बैठक के बाद रक्षा मंत्री ने साफ किया कि सरकार किसी भी कीमत पर देशवासियों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगी. उन्होंने सेना को अलर्ट रहने और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन की तीव्रता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
देशवासियों को मिला भरोसा
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह न केवल अमानवीय था बल्कि पूरी इंसानियत के खिलाफ था. देश ने कई निर्दोष लोगों को खोया है. हम सब दुखी हैं लेकिन चुप नहीं बैठेंगे. इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई देखने को मिल सकती है. सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और अब आतंकियों को करारा जवाब मिलने वाला है.


