Explainer : आतंकी हाफिज सईद की पार्टी पाकिस्तान की सभी सीटों पर लड़ेगी चुनाव, जानिए इससे जुड़ी हर बात
हाफिज सईद की पार्टी पाकिस्तान मरकाजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) 8 फरवरी के चुनाव में हर राष्ट्रीय एवं प्रांतीय निर्वाचन क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेगी. हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद (Talha Saeed) लाहौर सीट से चुनाव लड़ने जा रहा है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान में फरवरी 2024 में आम चुनाव होने वाले हैं. अबकी बार यहां आतंकी चुनाव लड़ेंगे. इसके लिए हाफिज सइद ने बकायदा राजनीतिक पार्टी तक बना ली है. हाफिज सइद की पार्टी चुनाव की तैयारी में जोर-शोर से जुट गई है. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद ने आपनी पार्टी का नाम 'पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग' रखा गया है. इस पार्टी का चुनाव चिन्ह कुर्सी है. इस पार्टी में कई आतंकी भी शामिल हैं जो उम्मीदवारों के तौर पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
हाफिज सईद का बेटा लाहौर से लड़ेगा चुनाव
हाफिज सईद की पार्टी पाकिस्तान मरकाजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) 8 फरवरी के चुनाव में हर राष्ट्रीय एवं प्रांतीय निर्वाचन क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेगी. हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद (Talha Saeed) लाहौर सीट से चुनाव लड़ने जा रहा है.
कुर्सी है पार्टी का चुनाव चिह्न
हाफिज सईद की पार्टी का चुनाव चिह्न कुर्सी है. एक वीडियो संदेश में पीएमएमएल पार्टी के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय और प्रांत स्तर की करीब- करीब सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार के लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा के लिए और पाकिस्तान के हित में काम करेंगे.
कौन है हाफिज सईद?
हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का फाउंडर और 26/11 मुंबई हमलों का गुनाहगार है. संयुक्त राष्ट्र ने उसके संगठन को आतंकी घोषित कर रखा है. पाकिस्तान में वह 2019 से जेल में बंद है. वह कई टेरर फंडिंग मामले में शामिल होने का दोषी है. अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का ईनाम रखा है. हाफिज सईद का जमात-उद-दावा दरअसल लश्कर का ही संगठन है. लश्कर ने ही 2008 के मुंबई हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 166 लोगों की मौत हुई थी.
हाफिज सईद 2019 से जेल में बंद है
लश्कर-ए-तैयबा संस्थापक हाफिज सईद 17 जुलाई, 2019 से जेल में है उसको प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के कुछ अन्य नेताओं के साथ कई आतंकी वित्त मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से जेल में है.
क्या है मिल्ली मुस्लिम लीग का इतिहास
7 अगस्त 2017 को जमात उद दावा ने पाकिस्तान में नई राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग की घोषणा की थी. इस पार्टी को बनाने का उद्देश्य पाकिस्तान को एक वास्तविक इस्लामी और कल्याणकारी राज्य बनाना था. साल 2017 में मिल्ली मुस्लिम लीग पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मान्यता देने से इनकार कर दिया और साथ ही चुनावों के दौरान पार्टी का नाम इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी. इस पार्टी के कुछ उम्मीदवारों ने अलग-अलग पार्टी के जरिए चुनाव लड़े लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई.
ये दस आतंकी लड़ेंगे चुनाव
1- आतंकी हाफिज सईद का बेटा तल्हा तल्हा सईद- लाहौर की NA-127 सीट से चुनाव लड़ रहा है.
2- हाफिज सईद का दामाद खालिद नाइक उर्फ हाफिज खालिद वलीद, , NA-127 से मैदान में है.
3- सैफुल्लाह खालिद, कसूर सीट, पीपी 180 से उम्मीदवार है.
4- अहमद नदीम अवान, PMML कराची का अध्यक्ष है, नदीम NA-235 से उम्मीदवार है.
5- हाफिज अब्दुल रऊफ, NA-119 से उम्मीदवार है.
6- कारी मोहम्मद याकूब शेख, NA-126 से उम्मीदवार है.
7- मोहम्मद हारिस डार PMML लाहौर का महासचिव है जो NA-129 से उम्मीदवार है.
8- मुजम्मिल इकबाल हाशमी, पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के शीर्ष नेताओं में शुमार है.
9- फैयाज अहमद, पाकिस्तान सेंट्रल मुस्लिम लीग, फैसलाबाद का अध्यक्ष और नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र एनए 101 से उम्मीदवार है.
10- खालिद मसूद संधू , NA-130 से उम्मीदवार, खालिद मसूद संधू कराची का मशहूर वकील हैं और पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग का अध्यक्ष है.