पहलगाम में आतंकियों का हमला, फायरिंग में 1 की मौत, 12 पर्यटक घायल, सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों की फायरिंग में 6 पर्यटक घायल हुए हैं, वहीं किस्तवाड़ में सुरक्षा बलों ने 25 दिन के ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद का हाईटेक आतंकी ठिकाना ध्वस्त किया.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में मंगलवार को एक बार फिर आतंक की तस्वीर सामने आई, जब एक रिसॉर्ट पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी. इस हमले में कम से कम छह पर्यटक घायल हो गए. घटना के तुरंत बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, घायल पर्यटकों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. सुरक्षाबल पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. वहीं, पहलगाम जैसे शांत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर इस हमले ने सभी को चौंका दिया है.
किस्तवाड़ में 25 दिन लंबा ऑपरेशन
इस आतंकी हमले से पहले, 14 अप्रैल को सुरक्षा बलों ने किस्तवाड़ जिले के छत्रु जंगल क्षेत्र में एक हाईटेक और गुप्त आतंकवादी ठिकाने का पर्दाफाश किया था. यह ऑपरेशन करीब 25 दिनों तक चला था, जिसमें पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकियों का लिंक सामने आया था.
#WATCH | Firing incident reported in Pahalgam, J&K; Police and Security Forces present on the spot
— ANI (@ANI) April 22, 2025
Details awaited. pic.twitter.com/Ev9HXFjZZ7
दीर्घकालिक की सारी सुविधाएं
इस ठिकाने में दीर्घकालिक रहने की सारी सुविधाएं मौजूद थी जिसमें खाने-पीने का सामान, धार्मिक ग्रंथ (कुरान शरीफ), सोलर पैनल, वाई-फाई सेटअप, जीपीएस उपकरण और एक छिपा हुआ अंडरग्राउंड भागने का रास्ता भी शामिल था. ये सभी संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि आतंकी यहां लंबे समय तक रहने और सुरक्षा बलों की नजरों से बचने की पूरी तैयारी के साथ आए थे.
सतर्कता की जरूरत
कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में इस तरह की तकनीकी उन्नति चिंता का विषय है। पर्यटन सीज़न की शुरुआत के बीच हुए इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर रही हैं और संभावित आतंकी नेटवर्क को तोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रही हैं.
पर्यटन पर खतरा
कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन ने फिर से रफ्तार पकड़ी है. लेकिन ऐसे आतंकी हमले पर्यटन उद्योग को गहरा नुकसान पहुंचा सकते हैं. हालांकि, सरकार ने साफ कर दिया है कि आम नागरिकों और पर्यटकों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
आतंकी ठिकानों को ध्वस्त
एक तरफ सुरक्षाबल हाईटेक आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आतंकवादी अब भी मासूम पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे हालात में सुरक्षा एजेंसियों के सामने दोहरी चुनौती है. पहले से मौजूद नेटवर्क को खत्म करना और नए खतरे से निपटना.


