Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. धारा 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव होगा. वहीं, बीते कई महीनों से क्षेत्र में आतंकियों का काफी दहशत बरकरार था. ऐसे में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बुधवार को भारतीय सुरक्षाकर्मियों के हाथ बड़ी सफलता मिली. सेना के विशेष बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज कठुआ जिले में एक ऑपरेशन में दो आतंकवादियों को मार गिराया.
मिली जानकारी के मुताबिक मुताबिक ऑपरेशन अभी जारी है और इलाके में छिपे आतंकवादियों की खोजबीन की जा रही है. इस ऑपरेशन में सेना की 1 पैरा, 22 गढ़वाल राइफल्स और केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस की एसओजी टीम ने मिलकर अंजाम दिया. इससे पहले उधमपुर जिले के बसंतगढ़ के ऊपरी इलाकों में जारी मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन से जुड़े दो आतंकवादी मारे गए थे.
एक ही दिन में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों पर हुए इन हमलों ने दुश्मनों के हौसलों को भी पस्त कर दिया है. बसंतगढ़ के घने जंगल में आतंकवादियों के खिलाफ यह पहला सफल अभियान है, जहां पिछले छह महीनों में छह से अधिक मुठभेड़ हो चुकी हैं. गत 28 अप्रैल को मुठभेड़ में एक ग्राम रक्षा रक्षक और 19 अगस्त को एक सीआरपीएफ इंस्पेक्टर की जान चली गई थी.
अधिकारियों ने बताया कि एक और आतंकवादी खंडरा टॉप पर अभियान क्षेत्र में छुपा हुआ है और उसे मार गिराने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने बताया कि इलाके में छिपे आतंकवादियों ने अपराह्न लगभग 12.50 बजे तलाशी दल पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की. मामले से अवगत लोगों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) समूह के चार भारी हथियारों से लैस आतंकवादी इलाके में फंसे हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और दोनों ओर से कुछ राउंड गोलियां चलाई गईं. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है, जिसमें 2019 का पुलवामा बम विस्फोट भी शामिल है. First Updated : Wednesday, 11 September 2024