Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपी ने बताया मकसद, पुलिस पूछताछ में किया बड़ा खुलासा

Parliament Security Breach: देश की संसद की सुरक्षा में चूक ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले से जुड़े सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. वहीं, पुलिस की जांच में हर रोज मामले से जुड़े नए खुलासे सामने आ रहे हैं. संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपी सागर ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया.

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Parliament Security Breach: देश की संसद की सुरक्षा में चूक ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले से जुड़े सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. वहीं, पुलिस की जांच में हर रोज मामले से जुड़े नए खुलासे सामने आ रहे हैं. मामले से जुड़े मुख्य आरोपी सागर शर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह संसद के बाहर आगजनि करना चाहता था . सागर शर्मा खुद पर आग लगाने की प्लानिंग कर रहा था. सागर शर्मा और मनोरंजन डी दोनों शख्स ने सदन में घुसकर स्मॉक बॉम्ब से अटैक किया था और सदन में धुआं फैल गया था.

पुलिस की जांच में सागर शर्मा ने खुलासा किया कि वह खुद पर आग लगाना चाहता था. पुलिस की स्पेशल सेल को सागर ने बताया है कि वह संसद के बाहर खुद को आग लगाने की प्लानिंग कर रहा था. लेकिन बाद में उसका ये प्लान सक्सेस नहीं हो पाया. सागर ने बताया कि उसे आग लगाने के लिए एक जेल पदार्थ ऑनलाइन खरीदना था. जिसे लगाने से आग शरीर पर नहीं पकड़ती है. लेकिन लास्ट टाइम पर ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो पाने के कारण जेल नहीं खरीदा जा सका और फिर संसद के बाहर खुद को आग लगाने का प्लान ड्राप हो गया. 

प्लानिंग के बारे में पूछे जाने पर सागर शर्मा ने बताया कि घटना को अंजाम देने कि लिए आरोपी 7 कलर स्मोक कैन लेकर संसद के अंदर गए थे. संसद के बाहर और अंदर की सारी जानकारी आरोपियों ने गुगल सर्च से इकठ्ठा की थी. संसद के आस-पास का इलाका और इलाकों के बारे में बहुत सारी चीजों को सीखा था वीडियों में देख कर समझा था. पुलिस न पकड़ पाए उसके लिए सेफ चैट्स कैसे की जाती है, उसके बारे में भी गूगल सर्च के जरिए जानकारी हासिल की गई थी. 

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, इस मामले से जुड़े सभी आरोपी एक-दूसरे से कॉन्टैक्ट करने के लिए सिग्नल ऐप पर बात किया करते थे. जिससे की किसी को भी उनके प्लान के बारे में पता न चल पाए. आरोपी पुलिस के हाथ न लगे उसके लिए सेफ चैट्स कैसे की जाती है, इसकी जानकारी भी उन्होने गूगल सर्च से हासिल की थी. सूत्रों ने ये भी बताया है कि आरोपियों का असल मकसद मीडिया में अपना प्रभाव साबित करना था. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही संसद में घुसने की योजना ऐसे समय के लिए तैयार की गई थी, जब सदन में शीतकालीन सत्र चल रहा हो.  First Updated : Saturday, 16 December 2023